श्री विष्णु पुराण | Shri Vishnu Puran

श्री विष्णु पुराण सम्पूर्ण संस्कृत और हिंदी में

पुराण के पाँचों लक्षण इसमें घटते हैं। इसमें विष्णु को परम देवता के रूप में निरूपित किया गया है। इसमें कुल छः खण्ड हैं, १२६ अध्याय, श्लोक २३,००० या २४,००० या ६,००० हैं। इस पुराण के प्रवक्ता पराशर ऋषि और श्रोता मैत्रेय हैं। विष्णु पुराण में 6 अँश तथा 23000 श्र्लोक हैं। इस ग्रंथ में भगवान विष्णु, बालक ध्रुव, तथा कृष्णावतार की कथायें संकलित हैं। इस के अतिरिक्त सम्राट पृथु की कथा भी शामिल है जिस के कारण हमारी धरती का नाम पृथ्वी पडा था। इस पुराण में सू्र्यवँशी तथा चन्द्रवँशी राजाओं का इतिहास है। भारत की राष्ट्रीय पहचान सदियों पुरानी है जिस का प्रमाण विष्णु पुराण के निम्नलिखित शलोक में मिलता हैःउत्तरं यत्समुद्रस्य हिमाद्रेश्चैव दक्षिणम्। वर्षं तद भारतं नाम भारती यत्र सन्ततिः।(साधारण शब्दों में इस का अर्थ है कि वह भूगौलिक क्षेत्र जो उत्तर में हिमालय तथा दक्षिण में सागर से घिरा हुआ है भारत देश है तथा उस में निवास करने वाले सभी जन भारत देश की ही संतान हैं।) भारत देश और भारत वासियों की इस से स्पष्ट पहचान और क्या हो सकती है? विष्णु पुराण वास्तव में ऐक ऐतिहासिक ग्रंथ है।

श्री विष्णुपुराण प्रथम अंश

विष्णु पुराण अध्याय 1 ] विष्णु पुराण अध्याय 2 ] विष्णु पुराण अध्याय 3 ] 

विष्णु पुराण अध्याय 4 ] विष्णु पुराण अध्याय 5 ]  विष्णु पुराण अध्याय 6 ]

विष्णु पुराण अध्याय 7 ] विष्णु पुराण अध्याय 8 ] विष्णु पुराण अध्याय 9 ]

विष्णु पुराण अध्याय 9 ] विष्णु पुराण अध्याय 9 ] विष्णु पुराण अध्याय 10 ]

विष्णु पुराण अध्याय 11 ] विष्णु पुराण अध्याय 12 ] विष्णु पुराण अध्याय 13 ]

विष्णु पुराण अध्याय 14 ] विष्णु पुराण अध्याय 15 ] विष्णु पुराण अध्याय 16 ]

विष्णु पुराण अध्याय 17 ] विष्णु पुराण अध्याय 18 ] विष्णु पुराण अध्याय 19 ]

विष्णु पुराण अध्याय 20 ] विष्णु पुराण अध्याय 21 ] विष्णु पुराण अध्याय 22 ]

श्री विष्णुपुराण द्वितीय अंश

विष्णु पुराण अध्याय 1 ]  विष्णु पुराण अध्याय 2 ] विष्णु पुराण अध्याय 3 ]

विष्णु पुराण अध्याय 4 ]  विष्णु पुराण अध्याय 5 ] विष्णु पुराण अध्याय 6 ]

विष्णु पुराण अध्याय 7 ]  विष्णु पुराण अध्याय 8 ] विष्णु पुराण अध्याय 9 ] 

विष्णु पुराण अध्याय 10 ] विष्णु पुराण अध्याय 11 ] विष्णु पुराण अध्याय 12 ]

विष्णु पुराण अध्याय 13 ] विष्णु पुराण अध्याय 14 ] विष्णु पुराण अध्याय 15 ]

विष्णु पुराण अध्याय 16 ]

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