श्री रामचरितमानस सुन्दरकाण्ड सम्पूर्ण हिंदी अर्थ सहित
सुंदरकांड: श्रीरामचरितमानस का पंचम खंड
संरचना
गोस्वामी तुलसीदास द्वारा रचित श्रीरामचरितमानस के सुंदरकांड में:
- 1 श्लोक,
- 59 दोहे,
- 1 सोरठा,
- 3 छंद, और
- 60 चौपाई हैं।
सुंदरकांड में भगवान हनुमान की अद्भुत वीरता, भक्ति, और कर्तव्यपालन का वर्णन है। यह कांड रामचरितमानस के सबसे प्रभावशाली और लोकप्रिय खंडों में से एक है।
सुंदरकांड की घटनाओं की विषय सूची 👇 click to read👇
- मंगलाचरण
- हनुमान्जी का लंका को प्रस्थान, सुरसा से भेंट, छाया पकड़ने वाली राक्षसी का वध
- लंका वर्णन, लंकिनी वध, लंका में प्रवेश
- हनुमान्-विभीषण संवाद
- हनुमान जी का अशोक वाटिका में सीताजी को देखकर दुःखी होना और रावण का सीताजी को भय दिखलाना
- श्री सीता-त्रिजटा संवाद
- श्री सीता-हनुमान् संवाद
- हनुमान्जी द्वारा अशोक वाटिका विध्वंस, अक्षय कुमार वध और मेघनाद का हनुमान्जी को नागपाश में बाँधकर सभा में ले जाना
- हनुमान्-रावण संवाद
- लंकादहन,
- लंका जलाने के बाद हनुमान जी का सीता जी से विदा माँगना और चूड़ामणि पाना,
- समुद्र के इस पार आना, सबका लौटना, मधुवन प्रवेश, सुग्रीव मिलन, श्री राम-हनुमान् संवाद
- श्री रामजी का वानरों की सेना के साथ चलकर समुद्र तट पर पहुँचना,
- मंदोदरी-रावण संवाद
- रावण को विभीषण का समझाना और विभीषण का अपमान
- विभीषण का भगवान् श्रीराम जी की शरण के लिए प्रस्थान और शरण प्राप्ति
- समुद्र पार करने के लिए विचार, रावण दूत शुक का आना और लक्ष्मण जी के पत्र को लेकर लौटना
- दूत का रावण को समझाना और लक्ष्मणजी का पत्र देना
- समुद्र पर श्री रामजी का क्रोध और समुद्र की विनती
- श्रीराम-गुणगानकी महिमा
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