माँ स्कंदमाता की कृपा से ऐसे दूर करें जीवन की सारी परेशानियाँ | Maa Skandamata kee krpa se aise door karen jeevan kee saaree pareshaaniyaan

माँ स्कंदमाता की कृपा से ऐसे दूर करें जीवन की सारी परेशानियाँ

नवरात्रि के पांचवें दिन माँ स्कंदमाता की पूजा का विशेष महत्व होता है। माता की कृपा से भक्तों को सुख, समृद्धि, और आध्यात्मिक ज्ञान की प्राप्ति होती है। वे प्रेम और करुणा की सागर मानी जाती हैं, जिनके आशीर्वाद से दुख, भय और कष्ट दूर होते हैं।

माँ स्कंदमाता का स्वरूप

माँ स्कंदमाता, देवी पार्वती का पंचम स्वरूप हैं, जो अपने पुत्र भगवान कार्तिकेय (स्कंद) को गोद में लिए हुए हैं। वे सिंह पर सवार रहती हैं और उनके चार हाथ होते हैं। उनकी कृपा से भक्तों को संतान सुख और आध्यात्मिक उन्नति प्राप्त होती है।

स्कंदमाता की पूजा से प्राप्त होने वाले लाभ

  1. मोक्ष और सुख: स्कंदमाता की उपासना से भक्तों को मोक्ष का मार्ग मिलता है और उन्हें इस धरती पर ही शांति और सुख का अनुभव होता है।

  2. संतान सुख: माँ स्कंदमाता संतान सुख प्रदान करने वाली देवी हैं। जिन दंपतियों को संतान प्राप्ति में समस्या आ रही हो, उन्हें माँ की आराधना अवश्य करनी चाहिए।

  3. कार्यों में सफलता: माँ की कृपा से कार्यों में सफलता मिलती है और जीवन में खुशहाली आती है।

  4. बुद्धि और ज्ञान: स्कंदमाता की उपासना से बुद्धि का विकास होता है और व्यक्ति विवेकशील बनता है।

  5. सभी प्रकार के संकटों से मुक्ति: माता की आराधना से जीवन में आने वाली बाधाएँ दूर होती हैं और नकारात्मक ऊर्जा समाप्त हो जाती है।

माँ स्कंदमाता की पूजा विधि

  1. स्नान और शुद्ध वस्त्र धारण करें: पूजा से पहले स्वच्छ होकर पीले रंग के वस्त्र धारण करें।

  2. माँ स्कंदमाता की प्रतिमा स्थापित करें: घर के मंदिर में या पूजा स्थान में माँ स्कंदमाता की प्रतिमा स्थापित करें।

  3. सुहाग सामग्री अर्पित करें: माता को लाल चूड़ी, सिंदूर, कुमकुम और लाल फूल अर्पित करें।

  4. भोग अर्पण करें: माँ को केले, खीर और मिश्री का भोग लगाएं।

  5. मंत्र जाप करें:

    • "ॐ देवी स्कंदमातायै नमः" मंत्र का 108 बार जाप करें।

  6. आरती करें: माता की आरती गाएं और धूप-दीप जलाएं।

  7. प्रसाद वितरण करें: पूजा के बाद प्रसाद का वितरण करें और जरूरतमंदों को भोजन कराएं।

माँ स्कंदमाता का विशेष मंत्र

सिंहासनगता नित्यं पद्माश्रितकरद्वया।
शुभदास्तु सदा देवी स्कन्दमाता यशस्विनी॥

पूजा के अन्य लाभ

  • माता की कृपा से बुध और मंगल ग्रह की अनुकूलता प्राप्त होती है।

  • माता की उपासना से आत्मविश्वास बढ़ता है और जीवन में सकारात्मकता आती है।

  • घर में सुख, शांति और सौभाग्य की वृद्धि होती है।

  • विरोधी भी मित्र बन जाते हैं और बाधाओं का नाश होता है।

माँ स्कंदमाता की आराधना करने से भक्तों को संतान सुख, बुद्धि, ज्ञान और आध्यात्मिक उन्नति का आशीर्वाद प्राप्त होता है। जो भी श्रद्धालु नवरात्रि के इस पावन अवसर पर माँ स्कंदमाता की पूजा करता है, उसकी समस्त परेशानियाँ दूर हो जाती हैं और उसे सुख-समृद्धि प्राप्त होती है।

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