माँ कूष्माण्डा की पूजा विधि और मंत्र, जो देंगे जीवन में सफलता और शांति | Maa Kushmanda kee pooja vidhi aur mantr, jo denge jeevan mein saphalata aur shaanti
माँ कूष्माण्डा की पूजा विधि और मंत्र, जो देंगे जीवन में सफलता और शांति
नवरात्रि के चौथे दिन माँ कूष्माण्डा की पूजा का विशेष महत्व होता है। ऐसा माना जाता है कि इनकी उपासना करने से साधक को आयु, यश, बल और स्वास्थ्य की प्राप्ति होती है। यदि आप जीवन में सुख-शांति और सफलता चाहते हैं, तो माँ कूष्माण्डा की विधिपूर्वक पूजा अवश्य करें।
माँ कूष्माण्डा की पूजा विधि:
सुबह जल्दी उठकर स्नान करें।
हरे या नीले रंग के वस्त्र धारण करें।
पूजा के लिए एक शांत और स्वच्छ स्थान का चयन करें।
देवी कूष्माण्डा की प्रतिमा या तस्वीर को वेदी पर स्थापित करें।
सर्वप्रथम कलश की पूजा करें।
देवी को पंचामृत से स्नान कराएं।
माँ को हरे रंग के वस्त्र अर्पित करें।
लाल पुष्प, फल, मिठाई, सूखे मेवे आदि अर्पित करें।
धूप-दीप जलाकर माँ की आरती करें।
भोग अर्पित करें और माता से आशीर्वाद प्राप्त करें।
माँ कूष्माण्डा के मंत्र और उनके लाभ
मूल मंत्र:
ॐ ऐं ह्रीं क्लीं कुष्मांडा देवीयै नमः
लाभ:
इस मंत्र का जाप आध्यात्मिक उन्नति प्रदान करता है।
भय और चिंता को दूर करता है।
पापों का नाश करता है और मोक्ष प्राप्ति का मार्ग प्रशस्त करता है।
धन-संपत्ति, सुख-समृद्धि और आरोग्य प्रदान करता है।
विद्या और बुद्धि के विकास में सहायक होता है।
शत्रु नाश और विजय प्राप्ति में सहायता करता है।
ऐं ह्रीं देव्यै नमः अथवा ऊँ ऐं ह्रीं क्लीं कूष्मांडायै नमः
ऊं कुष्माण्डायै नमः
माँ कूष्माण्डा मंत्र का जाप कैसे करें?
माँ कूष्माण्डा की प्रतिमा के सामने बैठकर आसन ग्रहण करें।
अपने हाथों को धोकर स्वच्छ करें।
रुद्राक्ष या तुलसी की माला लें और 108 बार मंत्र का जाप करें।
मंत्र जप के दौरान पूर्ण ध्यान केंद्रित करें और माँ कूष्माण्डा का ध्यान करें।
जाप पूर्ण होने के बाद माता की आरती करें और उन्हें भोग लगाएं।
मंत्र जाप के लिए उत्तम समय
नवरात्रि का चौथा दिन माँ कूष्माण्डा के मंत्र जाप के लिए सबसे उत्तम माना जाता है। इसके अलावा, किसी भी शुभ दिन या शुभ मुहूर्त में भी मंत्र जाप किया जा सकता है। मंत्र का जाप करते समय मन को शुद्ध और भक्तिभाव से भरपूर रखना आवश्यक है। यदि आप किसी विशेष उद्देश्य से मंत्र जाप कर रहे हैं, तो इसे नियमित रूप से करना चाहिए।
माँ कूष्माण्डा की कृपा से जीवन में शांति, सफलता और समृद्धि प्राप्त होती है। अतः विधिपूर्वक इनकी पूजा और मंत्र जाप अवश्य करें।
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