माँ कूष्माण्डा के चमत्कारी मंत्र, जो दूर करेंगे सारे कष्ट और दुर्भाग्य | Maa Kushmanda ke chamatkaaree mantr, jo door karenge saare kasht aur durbhaagy

माँ कूष्माण्डा के चमत्कारी मंत्र, जो दूर करेंगे सारे कष्ट और दुर्भाग्य

नवरात्रि के चौथे दिन माँ कूष्माण्डा की पूजा की जाती है। यह देवी ब्रह्मांड की सृजनकर्ता मानी जाती हैं। इनके पूजन से आरोग्य, धन, यश और समृद्धि की प्राप्ति होती है। माँ कूष्माण्डा की उपासना विशेष रूप से उन भक्तों के लिए लाभकारी होती है जो जीवन में बाधाओं, दुर्भाग्य और कष्टों का सामना कर रहे हैं।

माँ कूष्माण्डा के चमत्कारी मंत्र

माँ कूष्माण्डा की उपासना कुछ विशेष मंत्रों के माध्यम से की जाती है। इन मंत्रों के जाप से जीवन की सभी परेशानियाँ दूर होती हैं और सुख-समृद्धि प्राप्त होती है।

  • माँ कूष्माण्डा का सरल मंत्र

ॐ कूष्माण्डायै नमः॥

इस मंत्र का नवरात्रि के दौरान 108 बार जाप करने से देवी की विशेष कृपा प्राप्त होती है।

  • उपासना मंत्र

कूष्माण्डायै ऐं ह्रीं देव्यै नमः॥

इस मंत्र का जाप करने से माँ कूष्माण्डा की कृपा से जीवन के सभी संकट दूर हो जाते हैं।

  • स्तुति मंत्र

वन्दे वांछित कामार्थे चन्द्रार्धकृतशेखराम्।
सिंहरूढ़ा अष्टभुजा कूष्माण्डा यशस्विनीम्॥

इस स्तुति मंत्र का जाप करने से इच्छित फल की प्राप्ति होती है।

  • या देवी सर्वभूतेषु मंत्र

या देवी सर्वभूतेषु सृष्टि रूपेण संस्थिता।
नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः॥

इस मंत्र के जाप से जीवन में सुख-शांति बनी रहती है।

  • प्रार्थना मंत्र

सुरासम्पूर्ण कलशं रुधिराप्लुतमेव च।
दधाना हस्तपद्माभ्यां कुष्माण्डा शुभदास्तु मे॥

इस मंत्र का जाप करने से देवी माँ सभी प्रकार के संकटों से रक्षा करती हैं।

  • अन्य शक्तिशाली मंत्र

ॐ ऐं ह्रीं क्लीं चामुण्डायै विच्चै॥

इस मंत्र के नियमित जाप से दुर्भाग्य का नाश होता है और जीवन में शुभता आती है।


माँ कूष्माण्डा के विशेष उपाय

  1. माँ कूष्माण्डा की आरती के बाद दीपक को पूरे घर में घुमाने से नकारात्मकता दूर होती है।

  2. अविवाहित लड़कियाँ यदि माँ कूष्माण्डा की पूजा करें तो उन्हें मनचाहा वर मिलता है।

  3. सुहागिन स्त्रियों के लिए माँ कूष्माण्डा की उपासना अखंड सौभाग्य प्रदान करती है।

  4. माँ कूष्माण्डा को लाल गुलाब और गुड़हल के फूल अर्पित करने से सभी मनोकामनाएँ पूर्ण होती हैं।

  5. हलवा, मीठा दही और मालपुआ का भोग लगाने से देवी शीघ्र प्रसन्न होती हैं।

  6. ब्राह्मण को मालपुआ दान करने से जीवन की सभी बाधाएँ समाप्त हो जाती हैं।


निष्कर्ष

माँ कूष्माण्डा की उपासना और मंत्र जाप से जीवन के सभी कष्ट और दुर्भाग्य दूर होते हैं। नवरात्रि में इन मंत्रों का श्रद्धा और विश्वास के साथ जाप करने से देवी माँ की कृपा प्राप्त होती है और जीवन में सुख-समृद्धि आती है।

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