जानिए दशहरा क्यों मनाया जाता है, Know why Dussehra is celebrated

जानिए दशहरा क्यों मनाया जाता है

दशहरा, जिसे विजयादशमी के नाम से भी जाना जाता है, हिंदू धर्म का एक प्रमुख त्योहार है, जो बुराई पर अच्छाई की विजय का प्रतीक है। यह त्योहार कई महत्वपूर्ण पौराणिक कथाओं से जुड़ा हुआ है, जो इसके धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व को दर्शाती हैं।

  • भगवान राम की विजय: रामायण के अनुसार, भगवान राम ने लंका के राजा रावण का वध किया था, जिसने राम की पत्नी सीता का अपहरण किया था। दस सिर वाले रावण का अंत करके, भगवान राम ने अधर्म और अन्याय के खिलाफ धर्म की विजय को स्थापित किया। दशहरा इसी विजय का जश्न है, जो हमें सिखाता है कि सत्य और धर्म की हमेशा जीत होती है।
  • देवी दुर्गा की महिषासुर पर विजय: दशहरा का संबंध देवी दुर्गा की महिषासुर पर विजय से भी है। पौराणिक कथा के अनुसार, देवी दुर्गा ने नौ दिनों तक युद्ध करने के बाद दसवें दिन महिषासुर का वध किया था। इसलिए, यह त्योहार शक्ति और साहस का प्रतीक भी है, जो यह संदेश देता है कि बुराई कितनी भी शक्तिशाली क्यों न हो, सत्य की जीत अवश्य होती है।
  • अधर्म पर धर्म की जीत: दशहरा अधर्म पर धर्म और बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है। यह त्योहार हमें नैतिकता और सत्य के मार्ग पर चलने के लिए प्रेरित करता है।
  • रावण दहन: दशहरे के दिन, रावण, उसके भाई कुंभकरण और पुत्र मेघनाद के पुतलों का दहन किया जाता है, जो बुराई के अंत और अच्छाई की विजय का प्रतीक है। यह प्रथा हमें याद दिलाती है कि जीवन में बुरी आदतों और अन्याय को समाप्त करना आवश्यक है।
  • शुभता का प्रतीक: दशहरा के दिन नीलकंठ पक्षी के दर्शन को बेहद शुभ माना जाता है। मान्यता है कि नीलकंठ के दर्शन से सुख और सौभाग्य में वृद्धि होती है।

समाप्ति: दशहरा का त्योहार धार्मिक और सांस्कृतिक दृष्टिकोण से बहुत महत्वपूर्ण है, जो यह संदेश देता है कि अच्छाई और धर्म की हमेशा जीत होती है।

दशहरा पर अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

  • दशहरा सर्वप्रथम किसने शुरू किया?
दशहरा की शुरुआत सबसे पहले प्राचीन हिंदुओं द्वारा की गई थी, जैसा कि प्राचीन हिंदू संस्कृत महाकाव्य रामायण में दर्शाया गया है, जो बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है। 
  • दशहरा के दौरान किस देवी या देवता की पूजा की जाती है?
कुछ स्थानों पर दशहरे पर भगवान राम की पूजा की जाती है, जबकि अन्य स्थानों पर इस पवित्र त्यौहार के अवसर पर देवी दुर्गा की पूजा की जाती है। 
  • क्या दशहरे के दौरान विवाह सम्पन्न किये जा सकते हैं?
यदि आप दशहरे के दौरान शुभ मुहूर्त प्राप्त करने में सक्षम हैं, तो इस पवित्र अवसर पर विवाह सम्पन्न किये जा सकते हैं। 
  • नवरात्रि के दौरान पूजी जाने वाली दुर्गा के नौ नाम क्या हैं?
देवी दुर्गा के नौ अवतारों के नाम जिनकी पूजा नवरात्रि के दौरान की जाती है, वे हैं शैलपुत्री, ब्रह्मचारिणी, चंद्रघंटा, कुष्मांडा, स्कंदमाता, कात्यायनी, कालरात्रि, महागौरी और सिद्धिदात्री।
  • क्या दशहरा सभी के लिए भाग्यशाली दिन है?
दशहरा एक पवित्र दिन है और इसे सभी के लिए भाग्यशाली माना जाता है क्योंकि यह बुराई को हराने के बाद नई शुरुआत का प्रतीक है। कई लोग इस दिन को नया काम शुरू करने या फ्लैट, गहने, वाहन आदि जैसी खरीदारी करने के लिए भाग्यशाली मानते हैं।

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