नवरात्रि का पांचवें दिन स्कंद माता की शायरी स्टेटस शुभकामनाएं संदेश,
सारा जहाँ है जिसकी शरण में,
नमन है उस माता के चरण में,
बनें उस माता के चरणों की धूल,
आओ मिल कर चढ़ाये श्रद्धा के फूल।
जय माता दी
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हे माँ,तुमसे विश्वास ना उठने देना,
तेरी दुनिया में भय से जब सिमट जाऊं,
चारों ओर अँधेरा ही अँधेरा घना पाऊं,
बन के रोशनी तुम राह दिखा देना.
माँ स्कंदमाता की जय
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माता के नौ रूपों में है छिपा सृष्टि का सार,
जग में है नवदुर्गा की महिमा अपरम्पार,
ज्ञान बढ़ाए, विवेक बढ़ाए, बांटे सबको प्यार,
तीन लोक में होती है माता की जयकार।
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कई नामों से मां तुझे पुकारा
मुझे एक है मां स्कंद तेरा सहारा
जय हो मां स्कंदमाता तुम्हारी
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कही पहाड़ों पर हैं डेरा
कई शहरों में है मां स्कंद का बसेरा
जय हो मां स्कंदमाता तुम्हारी
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हर मंदिर में है स्कंद माता तेरे नजारे
गुण गाये तेरे भगत सब प्यारे
जय हो स्कंदमाता तुम्हारी
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स्कंदमाता,भगति अपनी मुझे दिला दो
शक्ति मेरी बिगड़ी माता तुम बना दो
जय हो स्कंदमाता
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इंद्र आदी देवता मिल करे सारे
पुकार माँ तुम्हारे द्वारे पर,जय हो स्कंदमाता तुम्हारी
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दुष्ट दत्य जब चढ़ कर आएं,
तुम ही खंडा हाथ उठाएं,
जय जय स्कंदमाता तुम्हारी
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जय हो स्कंदमाता,पांचवा नाम तुम्हारा आता
तुम ही हो भगतो की ध्यान दाता
जय हो मां स्कंदमाता तुम्हारी
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दीप जलाता रहूं मैं स्कंदमाता,
हरदम तुम्हें ध्याता रहूं मैं स्कंदमाता,
जय हो मां स्कंदमाता तुम्हारी
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सब के मन की जानन हारी,तुम ही हो स्कंद माता हमारी,
जग जननी सब की महतारी,तुम ही हो स्कंद माता हमारी,
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दासो को सदा बचाने आई स्कंद माता हमारी,
‘चमन’ की आस पुजाने आई स्कंद माता हमारी,
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