गणेश चतुर्थी व्रत में क्या खाना चाहिए,Ganesh Chaturthi Vrat Mein Kya Khaana Chaahie

गणेश चतुर्थी व्रत में क्या खाना चाहिए

गणेश चतुर्थी व्रत के दौरान सही आहार का चयन बहुत महत्वपूर्ण होता है ताकि आप ऊर्जा बनाए रख सकें और व्रत का पालन भी कर सकें। व्रत के दौरान निम्नलिखित आहार का सेवन किया जा सकता है:-
  • फलहार: व्रत के दौरान फलाहार करना उत्तम माना जाता है। आप केले, सेब, अंगूर, और पपीता जैसे फलों का सेवन कर सकते हैं। रसदार फलों का सेवन शरीर में पानी की कमी को दूर करने में मदद करता है।
  • दही: दही एक पौष्टिक आहार है जिसे व्रत के दौरान खाया जा सकता है। यह शरीर को ठंडक पहुंचाता है और पाचन को भी सुधरता है।
  • साबूदाने की खीर: साबूदाना ऊर्जा से भरपूर होता है। इससे बनी खीर या साबूदाने की खिचड़ी व्रत के दौरान एक अच्छा विकल्प हो सकता है।
  • उबले हुए आलू: आलू को सेंधा नमक और काली मिर्च के साथ उबालकर खा सकते हैं। यह पेट को भरने के साथ-साथ ऊर्जा भी प्रदान करता है।
  • कुट्टू का पराठा: कुट्टू के आटे से बना पराठा या रोटी एक लोकप्रिय विकल्प है, जिसे व्रत के दौरान खाया जा सकता है। इसे घी में सेंककर खाने से यह स्वादिष्ट और पौष्टिक बनता है।
  • सिंघाड़े का हलवा: सिंघाड़े के आटे से बना हलवा मीठे के रूप में खाया जा सकता है, जिससे व्रत का समापन किया जा सकता है।
  • बादाम वाला दूध: अगर कमजोरी महसूस हो तो बादाम से बना दूध पी सकते हैं। यह शरीर को तुरंत ऊर्जा प्रदान करता है।
  • चाय: व्रत के दौरान चाय का सेवन भी किया जा सकता है। चाय से आपको तरोताजा महसूस होता है और यह व्रत के दौरान थकान को भी दूर करता है।
व्रत खोलते समय सबसे अच्छा है कि आप भगवान गणेश को अर्पित किए गए प्रसाद से व्रत खोलें, फिर अन्य आहार लें। इससे व्रत के धार्मिक और आध्यात्मिक लाभ भी प्राप्त होते हैं।
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FQA:-

गणेश जी का सबसे प्रिय क्या है?

उनका प्रिय भोग मोदक लड्डू, प्रिय पुष्प लाल रंग के फूल, प्रिय वस्तु दुर्वा (दूब), प्रिय वृक्ष शमी-पत्र, केल, केला आदि हैं। केसरिया चंदन, अक्षत, दूर्वा अर्पित कर कपूर जलाकर उनकी पूजा और आरती की जाती है। उनको मोदक का लड्डू अर्पित किया जाता है। उन्हें रक्तवर्ण के पुष्प विशेष प्रिय हैं।

गणेश जी को क्या चढ़ाना वर्जित है?

गणेश जी को सफेद चीजें जैसे - सफेद रंग के फूल, वस्त्र, सफेद जनेऊ, सफेद चंदन आदि अर्पित नहीं करना चाहिए, क्योंकि सफेद चीजों का संबंध चंद्रमा से माना गया है। पौराणिक कथा के अनुसार चंद्रमा ने भगवान गणेश की उपहास किया था जिस कारण गणेश जी ने चंद्रमा को श्राप दिया था।

गणेश जी को सिंदूर कैसे चढ़ाया जाता है?

हनुमान जी के अतिरिक्त भगवान गणेश जी को भी सिंदूर अति प्रिय है, इसलिए उनके माथे पर सिंदूर लगाया जाता है। बुधवार का दिन गणेश जी को प्रिय है। इस दिन सिंदूर लगाने से विघ्नहर्ता गणेश जीवन के सभी कष्टों को हर लेते हैं। गणेश जी को लाल सिंदूर अर्पित किया जाए तो व्यक्ति को शांति और समृद्धि मिलती है।

भगवान गणेश जी की पूजा में कौनसे फूल नहीं चढ़ाना चाहिए?

पूजा करते समय हमें विशेष रूप से ध्यान देना चाहिए कि गणेश जी की पूजा में मुरझाए और सूखे फल का प्रयोग नहीं करना चाहिए. क्योंकि ऐसा करने से घर में दरिद्रता का वास रहता है. भगवान गणेश के पिता और देवों के देव महादेव को केतकी के फूल चढ़ाना वर्जित है. यही कारण है कि गणपति को भी केतकी के फूल नहीं चढ़ाए जाते !

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