हैप्पी सावन शायरी, Sawan ki Shubhkamnaye Shayari
श्रावण मास को मासोत्तम मास कहा जाता है. यह माह अपने हर एक दिन में एक नया सवेरा दिखाता इसके साथ जुडे़ समस्त दिन धार्मिक रंग और आस्था में डूबे होते हैं. शास्त्रों में सावन के महात्म्य पर विस्तार पूर्वक उल्लेख मिलता है. श्रावण मास अपना एक विशिष्ट महत्व रखता है. श्रवण नक्षत्र तथा सोमवार से भगवान शिव शंकर का गहरा संबंध है. इस मास का प्रत्येक दिन पूर्णता लिए हुए होता है. धर्म और आस्था का अटूट गठजोड़ हमें इस माह में दिखाई देता है इस माह की प्रत्येक तिथि किसी न किसी धार्मिक महत्व के साथ जुडी़ हुई होती है. इसका हर दिन व्रत और पूजा पाठ के लिए महत्वपूर्ण रहता है
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हैप्पी सावन शायरी !! Sawan Shayari !!
भक्ति में है शक्ति बंधू,
शक्ति में संसार है,
त्रिलोक में है जिसकी चर्चा
उन शिव जी का आज त्यौहार है
सावन के सोमवार की बधाई
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जिनके रोम रोम में शिव हैं वही विष पिया करते हैं
जमाना उन्हे क्या जलाएगा
जो श्रृंगार ही अंगार से किया करते हैं
जय भोलेनाथ शिव शम्भू
सावन सोमवार की हार्दिक शुभकामनाएं
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अदभुत भोले तेरी माया
अमरनाथ में डेरा जमाया
नीलकंठ में तेरा साया
तू ही मेरे दिल में समाया
हैप्पी सावन सोमवार
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बेसन की रोटी, नींबू का अचार,
दोस्तों की खुशी, अपनों का प्यार…
सावन की बारिश किसी का इतंजार
मुबारक हो आपको, शिव सावन सोमवार..
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विश्व का कण कण शिव मय हो
अब हर शक्ति का अवतार उठे.
जल थल और अम्बर से फिर
बम बम भोले की जय जयकार उठे.
हैप्पी सावन सोमवार…
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शिव की बनी रहे आप पर छाया,
पलट दे जो आपकी किस्मत की काया..
मिले आपको वो सब इस अपनी ज़िन्दगी में,
जो कभी किसी ने भी ना पाया..
सावन सोमवार की हार्दिक शुभकामनाएं…
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मुझमें कोई छल नहीं, तेरा कोई कल नहीं
मौत के ही गर्भ में, ज़िंदगी के पास हूँ
अंधकार का आकार हूँ, प्रकाश का मैं प्रकार हूँ
मैं शिव हूँ। मैं शिव हूँ। मैं शिव हूँ
सावन सोमवार की हार्दिक शुभकामनाएं
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ये कैसी घटा छाई हैं
हवा में नई सुर्खी आई है
फ़ैली है जो सुगंध हवा में
जरुर महादेव ने चिलम लगाई है
हैप्पी सावन सोमवार…
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मेरे जिस्म जान में भोलेनाथ नाम तुम्हारा है
आज अगर मैं खुश हूँ तो यह एहसान भी तुम्हारा है
थामा हुआ है हाथ मेरा आपने मुझको मालूम है
मेरे हर पल हर लम्हे में मेरे भोलेनाथ प्यार तुम्हारा है
सावन सोमवार की हार्दिक शुभकामनाएं..
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लोग कहते हैं अगर हाथों की लकीरें
अधूरी हो तो किस्मत अच्छी नही होती
लेकिन हम कहते हैं कि सर पर हाथ
‘महादेव’ का हो तो लकीरों की ज़रूरत नही होती
सावन सोमवार की हार्दिक शुभकामनाएं..
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जब मन में हो व्यर्थ की चिंता
तू नाम ले शिव का
शिव भी सुनेगा तेरी मन का
ॐ नम:शिवाय
सावन मास की हार्दिक शुभकामनाएं
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भोले आएं आपके द्वार
खुशियों से भरा रहे आपका संसार
न रहे जीवन में कोई दुख
हर ओर फैल जाए सुख समृद्धि
सावन की शुभकामनाएं
हिंदु पंचांग के अनुसार सभी मासों को किसी न किसी देवता के साथ संबंधित देखा जा सकता है उसी प्रकार श्रावण मास को भगवान शिव जी के साथ देखा जाता है इस समय शिव आराधना का विशेष महत्व होता है. यह माह आशाओं की पुर्ति का समय होता है जिस प्रकार प्रकृति ग्रीष्म के थपेडों को सहती उई सावन की बौछारों से अपनी प्यास बुझाती हुई असीम तृप्ति एवं आनंद को पाती है उसी प्रकार प्राणियों की इच्छाओं को सूनेपन को दूर करने हेतु यह माह भक्ति और पूर्ति का अनुठा संगम दिखाता है ओर सभी की अतृप्त इच्छाओं को पूर्ण करने की कोशिश करता है
जलाभिषेक के साथ पूजन
भगवान शिव इसी माह में अपनी अनेक लीलाएं रचते हैं. इस महीनें में गायत्री मंत्र, महामृत्युंजय मंत्र, पंचाक्षर मंत्र इत्यादि शिव मंत्रों का जाप शुभ फलों में वृद्धि करने वाला होता है. पूर्णिमा तिथि का श्रवण नक्षत्र के साथ योग होने पर श्रावण माह का स्वरुप प्रकाशित होता है. श्रावण माह के समय भक्त शिवालय में स्थापित, प्राण-प्रतिष्ठित शिवलिंग या धातु से निर्मित लिंग का गंगाजल व दुग्ध से रुद्राभिषेक कराते हैं. शिवलिंग का रुद्राभिषेक भगवान शिव को अत्यंत प्रिय है. इन दिनों शिवलिंग पर गंगा जल द्वारा अभिषेक करने से भगवान शिव अतिप्रसन्न होते हैं.
शिवलिंग का अभिषेक महाफलदायी माना गया है. इन दिनों अनेक प्रकार से शिवलिंग का अभिषेक किया जाता है जो भिन्न भिन्न फलों को प्रदान करने वाला होता है. जैसे कि जल से वर्षा और शितलता कि प्राप्ति होती है. दूग्धा अभिषेक एवं घृत से अभिषेक करने पर योग्य संतान कि प्राप्ति होती है. ईख के रस से धन संपदा की प्राप्ति होती है. कुशोदक से समस्त व्याधि शांत होती है. दधि से पशु धन की प्राप्ति होती है ओर शहद से शिवलिंग पर अभिषेक करने से लक्ष्मी की प्राप्ति होती है
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