श्री राधा नाम महात्म्य स्तोत्र | Shri Radha Naam Mahatmya Stotra | राधा जी के प्रसिद्ध 5 मंत्र | Radha ji Ke Prasiddh 5 Mantr

श्री राधा नाम महात्म्य स्तोत्र | राधा जी के प्रसिद्ध 5 मंत्र |

श्री कृष्ण और राधा रानी के पावन प्रेम का उदाहरण सबसे पहले मिलता है। श्री राधा- कृष्ण के प्रेम को जीवात्मा और परमात्मा का मिलन कहा जाता है। राधा, भक्ति और प्रेम की सबसे सुंदर प्रतीक हैं, जो हिन्दू धर्म में अत्यधिक महत्वपूर्ण मानी जाती हैं। वह कृष्ण की प्रेमिका और संगिनी के रूप में चित्रित की जाती हैं। 

Shri Radha Naam Mahatmya Stotra | Radha ji Ke Prasiddh 5 Mantr

श्री राधा नाम महात्म्य स्तोत्र | Shri Radha Naam Mahatmya Stotra 

रेफो हि कोटी जन्माघं कर्मभोगं शुभाशुभम् I
आकारो गर्भवासं च मृत्युं च रोगमुत्सृजेत् I

धकार आयुषो हानिमाकारो भवबन्धनम् I
श्रवणस्मरणोक्तिभ्यः प्रणश्यति न संशयः I

रेफ़ो हि निश्चलां भक्तिं दास्यं कृष्णपदाम्बुजे II
सर्वेप्सितं सदानन्दं सर्वसिद्धौघमीश्वरम् I

धकारः सहवासं च तत्तुल्यकालमेव च I
ददाति सार्ष्टिसारूप्यं तत्त्वज्ञानं हरेः समम् I

आकरस्तेजसां राशिं दानशक्तिं हरौ यथा I
योगशक्तिं योगमतिं सर्वकालं हरिस्मृतिम् I

श्रुत्युक्तिस्मरणाद्योगान्मोहजालं च किल्बिषम् I
रोगशोक मृत्युयमा वेपन्ते नात्र संशयः I

II इति श्री राधा नाम महात्म्य स्तोत्र संपूर्णं II

ये भी पढ़ें

श्रीराधाष्टकम् ]  [ श्री युगलाष्टकम् - कृष्ण प्रेममयी राधा ]  [ श्री राधा स्तुति ]

श्री राधा अष्टोत्तर शतनाम स्तोत्रम् ]  [ राधा कृपा कटाक्ष स्त्रोत्र ] श्री राधा कुंड अष्टकम ]

 [ राधाषोडशनामस्तोत्रम् ] श्री राधा कवच ] [ श्री राधा नाम महात्म्य स्तोत्र ]

राधा जी के प्रसिद्ध 5 मंत्र | Radha ji Ke Prasiddh 5 Mantr

राधा के मंत्र का महत्व

राधा जी के मंत्र का जाप करने से लक्ष्‍मी जी प्रसन्न होती हैं और जातक को धन-संपदा की प्राप्‍ति होती है। राधारानी के मंत्रों को जपने से जातक की सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं और विशेष फल की प्राप्ति होती है। श्री ब्रह्माजी के अनुसार जो व्यक्ति राधा जी अट्ठाईस नामों का पाठ करता है, वह संसार के आवागमन से मुक्त हो जाता है। राधा रानी को प्रसन्न करने के बाद भक्त सीधा श्रीकृष्ण को पा सकता है। राधा जी के मंत्र का जाप करने से ऐश्वर्य और धन प्राप्ति के साथ-साथ सभी बाधाओं का नाश करते हैं। पौराणिक कथाओं की माने तो एक बार जब महादेव ने श्री कृष्‍ण से पूछा कि आपको कैसे प्रसन्न किया जा सकता है तो श्री कृष्‍ण ने महादेव से कहा- भोलेनाथ यदि मुझे वश में करना चाहते हैं तो मेरी प्रियतमा श्रीराधा का आश्रय ग्रहण करो।

राधा जी के प्रसिद्ध 5 मंत्र 

  1. षडक्षर राधामंत्र ‘श्री राधायै स्‍वाहा।’ य‍ह मंत्र धर्म, अर्थ आदि को प्रकाशित करने वाला है। इसे मंत्र का 108 बार जाप करने से राधा रानी की विशेष कृपा प्राप्‍त होती है।
  2. सप्‍ताक्षर राधामंत्र,ऊं ह्नीं राधिकायै नम:। · ऊं ह्नीं श्री राधायै स्‍वाहा। इस मंत्र को लक्ष्‍मी प्राप्‍ति के लिए विशेष माना गया है। इसका जाप करने से आपको कभी पैसों की तंगी का सामना नहीं करना पड़ेगा।
  3. अष्‍टाक्षर राधामंत्र 1-ऊं ह्नीं श्रीराधिकायै नम:। 2- ऊं ह्नीं श्रीं राधिकायै नम:। इस मंत्र को सर्व कार्य सिद्धि मंत्र बताया गया है। इस मंत्र का 16 लाख बार जाप करने से भक्‍तों को सभी कार्य में सफलता प्राप्‍त होती है।
  4. भगवान नारायण द्वारा श्रीराधा की स्तुति नमस्ते परमेशानि रासमण्डलवासिनी। रासेश्वरि नमस्तेऽस्तु कृष्ण प्राणाधिकप्रिये।। श्रीकृष्ण को प्राणों से भी अधिक प्रिय हे रासेश्वरि, आपको नमस्कार है।
  5. ब्रह्मा विष्‍णु द्वारा राधाजी की वंदना नमस्त्रैलोक्यजननि प्रसीद करुणार्णवे। ब्रह्मविष्ण्वादिभिर्देवैर्वन्द्यमान पदाम्बुजे।। हे त्रैलोक्यजननी, आपको मैं नमस्कार करता हूँ। हे करुणा की देवी आप मेरी आराधना स्वीकार कर प्रसन्न हुई।

टिप्पणियाँ