श्री गणेश के मंत्र | मंत्र जाप के लाभ,Shri Ganesh Ke Mantr | Mantr Jaap Ke Laabh

श्री गणेश के मंत्र | मंत्र जाप के लाभ 

गणेशजी के विशाल देह में कई गूढ़ रहस्य समाए हुए हैं, जैसे- श्रीगणेशजी के मस्तक में ब्रह्म लोक, आंखों में लक्ष्य, कानों में वैदिक ज्ञान, सूंड में धर्म, दाएं हाथ में वरदान, बाएं हाथ में अन्न, पेट में सुख-समृद्धि, नाभि में ब्रह्मांड व पैरों में सप्तलोक है !

Shri Ganesh Ke Mantr | Mantr Jaap Ke Laabh

भगवान श्री गणेश जी को प्रसन्न करने का मंत्र

  • ऊँ वक्रतुण्ड महाकाय सूर्य कोटि समप्रभ । निर्विघ्नं कुरू मे देव, सर्व कार्येषु सर्वदा ॥ ऊँ एकदन्ताय विहे वक्रतुण्डाय धीमहि तन्नो दन्तिः प्रचोदयात् ॥
इस मंत्र के जाप से भगवान गणेश प्रसन्न होते हैं और भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूरी करते हैं इस मंत्र का जाप एक निश्चित संख्या यानी 1 से 10 माला जाप कर सकते हैं !

श्री गणेश बीज मंत्र

  • “ऊँ गं गणपतये नमो नमः ।”
  • “ॐ गं गणपतये नमः ।
  • ”षडाक्षर गणेश मंत्र !
  • “ॐ वक्रतुंडाय हुम्‌”
बीज मंत्र से मिलकर बने मंत्र 'ओम गं गणपतये नमः' का जप करने से सभी कामनाओं की पूर्ति होती है और आर्थिक प्रगति तथा समृद्धि भी प्राप्त होगी। यह मंत्र आपको अनिष्ट से सुरक्षित रखता है। यह आपके लिए हितकारी सिद्ध होगा, साथ ही कामनाओं की पूर्ति के लिए गणपति की पूजा-अर्चना करनी चाहिए।

गणपति का षडाक्षर विशिष्ट मंत्र

"वक्रतुण्डाय हुं " भी बेहद लाभकारी है. इस मंत्र का जाप करने से आपके किसी कार्य में रुकावट नहीं आती है रोजगार प्राप्ति और आर्थिक समृद्धि के लिए "ॐ श्रीं गं सौभ्याय गणपतये वर वरद सर्वजनं मे वशमानय स्वाहा।" मंत्र का जाप करें !
इस मंत्र का आवृत्ति विशेष रूप से विवाह से संबंधित समस्याओं को दूर करने के लिए की जाती है। माना जाता है कि इस मंत्र के जाप से व्यक्ति को शीघ्र और अनुकूल जीवनसाथी प्राप्त होता है और उसका विवाह सुखद होता है

गायत्री गणेश मंत्र 

  • ॐ एकदंताय विद्महे, वक्रतुण्डाय धीमहि, तन्नो दंती प्रचोदयात् ॥
  • ॐ महाकर्णाय विद्महे, वक्रतुण्डाय धीमहि, तन्नो दंती प्रचोदयात् ॥
  • ॐ गजाननाय विद्महे, वक्रतुण्डाय धीमहि, तन्नो दंती प्रचोदयात् ॥
यह बेहद ही फलदायी माना गया है। मान्यता है कि अगर पूजा के दौरान गणेश गायत्री मंत्र का जाप शांत मन से 11 दिन तक 108 बार किया जाए तो भक्त को गणेश जी की विशेष कृपा प्राप्त होती है। ऐसा भी कहा जाता है कि अगर गणेश गायत्री मंत्र का जाप किया जाए तो व्यक्ति का भाग्य चमक जाता है। इशसे सभी कार्य अनुकूल सिद्ध होते हैं।

शुभ लाभ गणेश मंत्र

इस मंत्र के जाप से मन को शांति मिलती है और आपको यादाश्त ठीक रखने में मदद मिलती है। आपकी काम के प्रति एकाग्रता बनी रहती है और मन के साथ शरीर भी स्वस्थ बना रहता है।
  • ॐ श्रीं गं सौभाग्य गणपतये वर्वर्द सर्वजन्म में वषमान्य नम:।
यह गणेश जी का शुभ लाभ मंत्र है. इसका मतलब है कि भगवान गणेश की कृपा हमें हर जन्म में मिलती रहे. इस मंत्र से हम उनसे सारी बाधाओं को दूर करने और खुशहाल जीवन देने की कामना करते हैं. 'गं' भगवान गणेश का बीज मंत्र है. बीज मंत्र से मिलकर बने इस मंत्र का जाप करने से सभी कामनाएं पूरी होती हैं और आर्थिक तरक्की भी मिलती है !

सिद्धि की प्राप्ति के श्री गणेश मंत्र 

  • श्री वक्रतुण्ड महाकाय सूर्य कोटी समप्रभा निर्विघ्नं कुरु मे देव सर्व-कार्येशु सर्वदा ॥
अर्थ - घुमावदार सूंड वाले, विशाल शरीर काय, करोड़ सूर्य के समान महान प्रतिभाशाली। मेरे प्रभु, हमेशा मेरे सारे कार्य बिना विघ्न के पूरे करें (करने की कृपा करें)॥

मंगल विधान व विघ्नों के नाश हेतु गणेश मंत्र 

गणपतिर्विघ्नराजो लम्बतुण्डो गजाननः । 
द्वैमातुरश्च हेरम्ब एकदन्तो गणाधिपः ॥
विनायकश्चारुकर्णः पशुपालो भवात्मजः । 
द्वादशैतानि नामानि प्रातरुत्थाय यः पठेत्‌ ॥
विश्वं तस्य भवेद्वश्यं न च विघ्नं भवेत्‌ क्वचित्‌ ।
“ॐ गं नमः”

“गं क्षिप्रप्रसादनाय नम:” ( आलस्य, निराशा, कलह, विघ्न दूर करने के लिए विघ्नराज रूप की आराधना का यह मंत्र जपें उच्छिष्ट गणपति का मंत्र |

  • “ॐ हस्ति पिशाचि लिखे स्वाहा !”
रोजगार की प्राप्ति व आर्थिक वृद्धि के लिए श्री गणेश मंत्र
ॐ श्रीं गं सौभ्याय गणपतये वर वरद सर्वजनं में वशमानय स्वाहा।

मोहन गणेश मंत्र 

  • ॐ वक्रतुण्डैक दंष्ट्राय क्लीं ह्रीं श्रीं गं गणपते वर वरद सर्वजनं मे वशमानय स्वाहा।
शादी-विवाह में आने वाले सभी दोषों को दूर करने वाले त्रैलोक्य मोहन गणेश मंत्र का जप करने से जल्द ही शादी का योग बनता है, साथ ही आपके अनुकूल जीवनसाथी की भी प्राप्ति होती है।

तांत्रिक गणेश मंत्र 

  • ॐ ग्लौम गौरी पुत्र, वक्रतुंड, गणपति गुरू गणेश। ग्लौम गणपति, ऋद्धि पति, सिद्धि पति। करों दूर क्लेश।
जब आपको अपनी समस्याओं का समाधान कहीं भी ना मिले तब आपके लिए गणेश जी के तांत्रिक मंत्रों का प्रयोग करना सही है। ऐसा ही एक मंत्र ऊपर दिया गया है। रोजाना सुबह भगवान शिव, पार्वती तथा गणेश जी की पूजा कर इस मंत्र का कम से कम 108 बार जाप करना चाहिए।

कुबेर गणेश मंत्र 

  • ॐ नमो गणपतये कुबेर येकद्रिको फट् स्वाहा।
प्रतिदिन इस मंत्र की एक माला (108 बार मंत्र जाप) करने से मनुष्य के सारे संकट दूर होते हैं। आप इसे किसी भी दिन या फिर बुधवार के दिन से शुरू कर सकते है, क्योंकि बुधवार का दिन श्रीगणेश का दिन माना जाता है।

वक्रतुण्ड गणेश मंत्र 

  • वक्रतुण्ड महाकाय कोटिसूर्य समप्रभ। निर्विघ्नं कुरू मे देव सर्वकार्येषु सर्वदा।।
यदि आप गणेश जी को प्रसन्न करना चाहते हैं, इस मंत्र का जाप करें। कहा जाता है कि ये मंत्र इतना ज्यादा प्रभावशाली है कि कोई भी कार्य शुरू करने से पूर्व इस मंत्र का जाप करने से आपके सभी काम बिना किसी बाधा के पूरे हो जाएंगे।

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