काल भैरव के मंत्र | मंत्र जाप के लाभ,
काल भैरव मंत्रों (Kaal Bhairav mantra) के नियमित जाप से आपको मानसिक शांति की अनुभूति होती है। साथ ही इस मंत्र से नकारात्मकता दूर होती है और आप स्वास्थ्य, संपन्न और खुश रहते हैं। यह शांति, सुख, धन और धार्मिकता की प्राप्ति की सुविधा प्रदान करता है। ये मंत्र शत्रुओं और संकटों से रक्षा प्रदान करते हैं।
Kaal Bhairav Ke Mantr | Mantr Jaap Ke Laabh |
काल भैरव बीज मंत्र
- “ॐ ह्रीं बटुकाय आपदुद्धारणाय कुरू कुरू बटुकाय ह्रीं”।
यह मंत्र जातक के दोषों के कारण होने वाले बुरे परिणामों से बचाता है। मंत्र व्यक्ति के मानस से किसी भी बुरे विचार और ऊर्जा को दूर करने में सहायता करता है। यह मुद्दों, विरोधियों, दु:ख, पीड़ा और विषाक्त संबंधों को बेहतर करने में मदद करता है। इस मंत्र के माध्यम से जातक को भगवान शिव और काल भैरव का आशीर्वाद प्राप्त होता है।
काल भैरव का मूल मंत्र
- “ॐ ह्रीं बटुकाय आपदुद्धारणाय कुरू कुरू बटुकाय ह्रीं”।
यदि आप नियमित रूप से काल भैरव के मंत्र (bhairav mantra) का जाप करते हैं तो आपको ज्ञात-अज्ञात शत्रु, अर्थिक संकट के अलावा मोह, लालच, ऊपरी बाधा से मुक्ति मिलती है। साथ ही अगर सच्ची लगन होती है, उन्हें काल भैरव महाराज दर्शन भी दे देते हैं। हर शिव और मां शक्ति के मंदिर में काल भैरव महाराज की स्थापना अवश्य होती है।
पाप विनोचक काल भैरव मंत्र
- “ॐ ह्रीं बटुक ! शापम विमोचय विमोचय ह्रीं कलीं” !!
मंगल दोष दूर करने के लिए भैरवजी का सिद्ध मंत्र
- “धर्मध्वजं शङ्कररूपमेकं शरण्यमित्थं भुवनेषु सिद्धम् ! द्विजेन्द्र पूज्यं विमलं त्रिनेत्रं श्री भैरवं तं शरणं प्रपद्ये” !!
मनोकामना पूरक काल भैरव मंत्र
- “ॐ नमो भैरवाय स्वाहा”
भय नाशक काल भैरव मंत्र
- “ॐ भं भैरवाय आप्द्दुदारानाय भयं हन”
शत्रु नाशक काल भैरव मंत्र
- “ॐ भं भैरवाय आप्द्दुदारानाय शत्रु नाशं कुरु”
नारियल काले वस्त्र में लपेट कर भैरव जी को अर्पित करें, गुगुल की धूनी जलाएं रुद्राक्ष की माला से 5 माला का मंत्र जप करें, पश्चिम कि और मुख रखें !
जादू टोना नाशक काल भैरव मंत्र
- “ॐ भं भैरवाय आप्द्दुदारानाय तंत्र बाधाम नाशय नाशय”
( आटे के तीन दिये जलाएं, कपूर से आरती करें, रुद्राक्ष की माला से 7 माला का मंत्र जप करें, दक्षिण की और मुख रखे ) ( बेसन का हलवा प्रसाद रूप में बना कर चढ़ाएं, एक अखंड दीपक जला कर रखें रुद्राक्ष की मलका से 8 माला का मंत्र जप करें, पूर्व की और मुख रखें )
बच्चों की रक्षा का काल भैरव मंत्र
- “ॐ भं भैरवाय आप्द्दुदारानाय कुमारं रक्ष रक्ष”
( मीठी रोटी का भोग लगायें, दो नारियल भैरव जी को अर्पित करें, रुद्राक्ष की माला से 6 माला का मंत्र जप करें, पश्चिम की ओर मुख रखें )
सुरक्षा कवच का काल भैरव मंत्र
- “ॐ भं भैरवाय आप्द्दुदारानाय बज्र कवचाय हुम”
( भैरव जी को पञ्च मेवा अर्पित करें, कन्याओं को दक्षिणा दें, रुद्राक्ष की माला से 5 माला का मंत्र जप करें, पूर्व की ओर मुख रखें )
अन्य भैरव मंत्र
- “ॐ भयहरणं च भैरव:”
- “ॐ हं षं नं गं कं सं खं महाकाल भैरवाय नम:”
- “ॐ भ्रां कालभैरवाय फट्”
- “ऊं भं भैरवाय अनिष्ट निवारणाय स्वाहा”
- “ॐ कर कलित कपाल कुण्डली दण्ड पाणी तरुण तिमिर व्याल यज्ञोपवीती कर्त्तु समया सपर्या विघ्न्नविच्छेद हेतवे जयती बटुक नाथ सिद्धि साधकानाम ॐ श्री बम् बटुक भैरवाय नमः”
- “ॐ क्रीं क्रीं कालभैरवाय फट”
- “ॐ हं षं नं गं कं सं खं महाकाल भैरवाय नम:”
- “ॐ काल भैरवाय नमः”
- “ॐ श्री भैरवाय नमः”
- “ॐ भ्रां कालभैरवाय फट्”
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