दुबई हिंदू मंदिर - श्री कृष्ण श्रीनाथजी मंदिर
बर दुबई में दुबई संग्रहालय के पास दुबई में श्री कृष्ण हवेली मंदिर हैं। भक्तों द्वारा श्री कृष्ण की उनके बाल रूप में प्रार्थना की जाती है। इस मंदिर में लोग सूर्योदय के समय या सूर्यास्त के बाद प्रार्थना करने आते हैं। इस मंदिर में चौबीसों घंटे पूजा-अर्चना होती रहती है।आरती के बाद ही भक्तों को प्रसाद मिलता है। इस तरह का मंदिर आराम करने और तरोताजा होने के लिए सबसे अच्छी जगह है। और यह एक अवश्य देखने लायक मंदिर है।पूरे दिन भगवान कृष्ण अलग-अलग कपड़े और आभूषण पहनते हैं। सुबह और शाम का दर्शन सुबह 5:00 बजे शुरू होता है और शाम 7:30 बजे समाप्त होता है। मंदिर से इसके दरवाजे में प्रवेश करने वाले सभी लोगों पर एक मजबूत आभा उत्पन्न होती है। इससे भक्तों को मानसिक और शारीरिक रूप से लाभ होता है। बर दुबई के समुदाय का मानना है कि श्री कृष्ण हवेली में ध्यान करने से सभी प्रकार के तनाव और अशांति से राहत मिल सकती है। जन्माष्ठमी को छोड़कर मंदिर में भीड़ नहीं होती।इस मंदिर में भगवान को प्रसाद या दूध चढ़ाने की अनुमति नहीं है। मंदिर कार्यालय अभी भी दान स्वीकार करता है। ऐसा कहा जाता है कि छोटे से भगवान में बहुत शक्ति होती है और वह बहुत प्यारा होता है। जब भक्त मंदिर से बाहर निकलेंगे तो उनका दिल खुशी से भर जाएगा।
Dubai Hindu Temple - Shri Krishna Temple |
पहला मंदिर छह दशक पहले
दुबई में करीब 64 साल पहले एक हिंदू मंदिर का निर्माण हुआ था। बुर दुबई में स्थित उस मंदिर में भगवान शिव और कृष्ण की स्थापना हुई है। लेकिन यह अब तक का सबसे विशाल मंदिर है। जबेल अली में साल 2012 में एक भव्य गुरुद्वारा बनाया गया था। मंदिर के अधिकारियों की मानें तो यह मंदिर 70,000 स्क्वॉयर फीट के हिस्से में फैला है और दो मंजिला है।पहली मंजिल पर एक बड़ा सा प्रेयर हॉल है। इसके एक किनारे पर छोटे कमरे बने हैं जिसमें 16 भगवान स्थापित हैं। वहीं, भगवान ब्रह्मा के लिए एक अलग से कमरा है। पहली मंजिल पर 4,000 स्क्वॉयर फीट का एक हॉल है। इस हॉल में कई धार्मिक और सामाजिक कार्यक्रमों का आयोजन हो सकेगा। इनमें श्रद्धांजलि सभा, शादी समारोह और दूसरे कार्यक्रम शामिल होंगे।भारत से गए पंडित क्यूआर कोड की वजह से एंट्री कुछ हद तक सीमित हो गई है। भीड़ को मैनेज करने और सोशल डिस्टेंसिंग के लिए यह प्रक्रिया अपनाई गई है। 14 पंडित खास भारत से गए हैं और मंत्रोच्चार के लिए बुलाये गए हैं। उद्घाटन के लिए यूएई और भारत सरकार के सीनियर अधिकारी पहुंचे। साथ ही कुछ राजनयिक और समुदायिक लीडर्स को भी इसके लिए आमंत्रित थे। मंदिर पांच अक्टूबर से आधिकारिक तौर पर बाकी जनता के लिए खोल दिया जाएगा। मंदिर सुबह 6:30 बजे से लेकर रात आठ बजे तक खुला रहता है। दिलचस्प बात है कि अक्टूबर के अंत तक मंदिर में दर्शन करने के लिए अप्वाइंटमेंट्स फुल हो गए हैं। पांच अक्टूबर से जिन लोगों ने वेबसाइट के जरिए बुकिंग कराई है, उन्हें असीमित समय तक के लिए एंट्री मिल सकेगी। वर्तमान समय में दर्शन सिर्फ कुछ घंटों के लिए ही है। बुकिंग सिस्टम अक्टूबर के अंत तक रहेगा और इसके बाद सदस्यों को फ्री एंट्री मिलेगी। वो किसी भी समय आकर दर्शन कर सकते हैं। आंगुतकों से अनुरोध किया गया है कि वो मंदिर तक आने के लिए पब्लिक ट्रांसपोर्ट का प्रयोग करें।
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