श्री शिव रक्षा स्तोत्रम् ! Sri Shiva Raksha Stotram

श्री शिव रक्षा स्तोत्रम् ! Sri Shiva Raksha Stotram

शिव रक्षा स्तोत्र को भगवान शिव का एक शक्तिशाली आह्वान माना जाता है. धार्मिक मान्यता है कि शिव रक्षा स्तोत्र का पाठ करने से भक्त के सभी कष्ट और संकट दूर होते हैं. ऐसा करने से भगवान शिव भक्त की रक्षा करते हैं और उसे दिव्य आशीर्वाद मिलता है. इस स्तोत्र के पाठ से दरिद्रता का नाश होता है और धन, सुख, और समृद्धि में वृद्धि होती है. ऐसा माना जाता है कि जो भी व्यक्ति 1300 बार शिव रक्षा स्तोत्र का पाठ करता है, उसके सभी संकट दूर हो जाते हैं !

Sri Shiva Raksha Stotram

सोमवार के दिन शिवजी की पूजा करते समय शिव रक्षा स्तोत्र का पाठ करना शुभ माना जाता है. भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए सोमवार के दिन व्रत पूजन के साथ-साथ मंत्र जाप और स्तोत्र का भी पाठ किया जाता है

शिव रक्षा स्तोत्रम् ! Shiva Raksha Stotram !

ओं अस्य श्रीशिवरक्षास्तोत्रमहामन्त्रस्य - याज्ञ- वल्क्यऋषिः - श्री सदाशिवो देवता - अनुष्टुप् छन्दः - श्री सदाशिवप्रीत्यर्थे श्री शिवरक्षास्तोत्रजपे विनियोगः ॥

चरितं देवदेवस्य महादेवस्य पावनम् ।
अपारं परमोदारं चतुर्वर्गस्य साधनम् ॥ १

गौरीविनायकोपेतं पञ्चवक्त्रं त्रिनेत्रकम् ।
शिवं ध्यात्वा दशभुजं शिवरक्षा पठेन्नरः ॥ २

गङ्गाधरश्शिरः पातु फालमर्धेन्दुशेखरः ।
नयने मदनध्वंसी कर्णौ सर्पविभूषणः ॥ ३

घ्राणं पातु पुरारातिर्मुखं पातु जगत्पतिः ।
जिह्वां वागीश्वरः पातु कन्धरां शशिकन्धरः ॥ ४

श्रीकण्ठः पातु मे कण्ठं स्कन्धौ विश्वधुरन्धरः ।
भुजौ भूभारसंहर्ता करौ पातु पिनाकधृत् ॥ ५

हृदयं शङ्करः पातु जठरं गिरिजापतिः ।
नाभिं मृत्युञ्जयः पातु कटिं व्याघ्राजिनाम्बरः॥ ६

सक्थिनी पातु दीनार्तः शरणागतवत्सलः।
ऊरू महेश्वरः पातु जानुनी जगदीश्वरः ।। ७

जङ्घे पातु जगत्कर्ता गुल्फौ पातु गणाधिपः ।
चरणौ करुणासिन्धुः सर्वाङ्गानि सदाशिवः ।। ८

एतां शिवबलोपेतां रक्षां यस्सुकृती पठेत् ।
स भुक्त्वा सकलान्कामान् शिवसायुज्यमाप्नुयात् ॥ ९

ग्रहभूतपिशाचाद्यास्त्रैलोक्ये विचरन्ति ये ।
दूरादाशु पलायन्ते शिवनामाभिरक्षणात् ॥ १०

अभयङ्करनामेदं कवचं पार्वतीपतेः।
भक्त्या बिभर्ति यः कण्ठे तस्य वश्यं जगत्त्रयम् ॥ ११

इमां नारायणस्वप्ने शिवरक्षां यथादिशत् ।
प्रातरुत्थाय योगीन्द्रो याज्ञवल्क्यस्तथालिखत् ।। १२

॥ इति श्रीयाज्ञवल्क्यप्रोक्तं श्रीशिवरक्षास्तोत्रम् ॥

शिव रक्षा स्तोत्र के लाभ

  • जो भक्त शिव पूजा के समय शिव रक्षा स्तोत्र का पाठ करता है, उसके सभी कष्ट और संकट दूर होते हैं.
  • इससे दरिद्रता का नाश होता है, धन, सुख, समृद्धि में वृद्धि होती है.
  • भगवान शिव उस भक्त की विपत्तियों से रक्षा करते हैं.
  • इसे संपूर्ण सुरक्षा के लिए एक प्रभावशाली स्तोत्र माना जाता है.
  • जो भी व्यक्ति 1300 बार इसका पाठ करता है तो उसके सभी संकट दूर हो जाते हैं.
  • शिव रक्षा स्तोत्र के पाठ से साधक की मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं.
  • विवाहित महिलाओं को सुख और सौभाग्य की प्राप्ति होती है.
  • अविवाहित जातकों की शीघ्र शादी के योग बनते हैं.
  • भगवान शिव के प्रति भक्ति और आराधना करने से उनकी कृपा प्राप्त होती है.
  • ऐसा माना जाता है कि विश्वास और भक्ति के साथ शिव रक्षा स्तोत्र का पाठ करने से नकारात्मक ऊर्जा दूर हो सकती है !
  • सोमवार के दिन शिवजी की पूजा करते समय शिव रक्षा स्तोत्र का पाठ करना शुभ माना जाता है.
  • कहा जाता है कि अगर किसी को अपने आत्मविश्वास में वृद्धि करना है तो सोमवार के दिन शिव रक्षा स्तोत्र का पाठ करना लाभकारी साबित हो सकता है !

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