शिव स्तोत्र अष्टोत्तर शतनामावली !
श्री शिवाष्टोत्तर शतनाम स्तोत्रम और शिव स्त्रोत अष्टोत्तर शतनामावली दोनों अलग-अलग हैं. महाशिवरात्रि या शिवरात्रि पर शिव अष्टोत्तर शतनाम स्तोत्रम का पाठ करने से भगवान शिव की कृपा प्राप्त होती है
शिव अष्टोत्तर शतनामावली 108 विशेष नामों का एक पवित्र संकलन है जो भगवान शिव के विभिन्न पहलुओं का वर्णन करता है। प्रत्येक नाम का गहरा महत्व है और यह भगवान शिव के एक विशेष गुण को उजागर करता है। इन नामों का पाठ शिव का आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए पूजा के रूप में किया जाता है। अष्टोत्तर शतनामावली का शाब्दिक अर्थ है 108 नामों की सूची। हिंदू धर्म में 108 को एक पवित्र अंक माना जाता है।
Shiva Ashtottara Shatnamavali |
शिव अष्टोत्तर शतनामावली एक भक्ति भजन है और शिव भक्तों के बीच इसका बहुत आध्यात्मिक महत्व है। भगवान शिव के 108 नाम शिव की बहुमुखी प्रकृति और विभिन्न अन्य पहलुओं को उजागर करते हैं। ये नाम बताते हैं कि वह ब्रह्मांड के निर्माता, उद्धारकर्ता और संहारक के रूप में कैसे कार्य करता है। माना जाता है कि इन 108 नामों का जाप करने से आध्यात्मिक शुद्धि और आंतरिक शांति मिलती है।
श्री शिवाष्टॊत्तर शतनामावलि ! Shiva Stotra Ashtottara Shatnamavali
- ॐ शिवाय नम:
- ॐ महेश्वराय नम:
- ॐ शंभवे नम:
- ॐ पिनाकिने नम:
- ॐ शशिशेखराय नम:
- ॐ वामदेवाय नम:
- ॐ विरूपाक्षाय नम:
- ॐ कपर्दिने नम:
- ॐ निललोहिताय नम:
- ॐ शंकराय नम:
- ॐ शूलपाणये नम:
- ॐ खट्वांगिने नम:
- ॐ विष्णुबल्लभाय नम:
- ॐ शिपिविष्टाय नम:
- ॐ अंबिकानाथाय नम:
- ॐ श्रीकण्ठाय नम:
- ॐ भक्तवत्सलाय नम:
- ॐ भवाय नम:
- ॐ शर्वाय नम:
- ॐ त्रिलोकेशाय नम:
- ॐ शितिकण्ठाय नम:
- ॐ शिवाप्रियाय नम:
- ॐ उग्राय नम:
- ॐ कपालिने नम:
- ॐ कामारये नम:
- ॐ अन्धकासुर सूदनाय नम:
- ॐ गंगाधराय नम:
- ॐ ललताक्षाय नम:
- ॐ कालकालाय नम:
- ॐ कृपानिधये नम:
- ॐ कृपानिधये नम:
- ॐ भीमाय नम:
- ॐ परशुहस्ताय नम:
- ॐ मृगपाणये नम:
- ॐ जटाधराय नम:
- ॐ कैलासवासिने नम:
- ॐ कवचिने नम:
- ॐ कटोराय नम:
- ॐ त्रिपुरान्तकाय नम:
- ॐ वृषांकाय नम:
- ॐ वृषभारूढय नम:
- ॐ भस्मोद्धूलित विग्रहाय नम:
- ॐ सामप्रियाय नम:
- ॐ स्वरमयाय नम:
- ॐ त्रयीमूर्तये नम:
- ॐ अनीश्वराय नम:
- ॐ सर्वज्ञाय नम:
- ॐ परमात्मने नम:
- ॐ सोमसूर्याग्निलोचनाय नम:
- ॐ हविषे नम:
- ॐ यज्ञमयाय नम:
- ॐ सोमाय नम:
- ॐ पंचवक्त्राय नम:
- ॐ सदाशिवाय नम:
- ॐ विश्वेश्वराय नम:
- ॐ विरभद्राय नम:
- ॐ गणनाथाय नम:
- ॐ प्रजापतये नम:
- ॐ हिरण्यरेतसे नम:
- ॐ दुर्धर्षाय नम:
- ॐ गिरिशाय नम:
- ॐ अनघाय नम:
- ॐ भुजंगभूषणाय नम:
- ॐ भर्गाय नम:
- ॐ गिरिधन्वने नम:
- ॐ गिरिप्रियाय नम:
- ॐ कृत्तिवाससे नम:
- ॐ पुरारातये नम:
- ॐ भगवते नम:
- ॐ प्रमथाधिपाय नम:
- ॐ मृत्युंजयाय नम:
- सूक्ष्मतनवे नम:
- ॐ जगद्यापिने नम:
- ॐ जगद्गुरवे नम:
- ॐ व्योमकेशाय नम:
- ॐ महासेनजनकाय नम:
- ॐ चारुविक्रमाय नम:
- ॐ रुद्राय नम:
- ॐ भूतपतये नम:
- ॐ स्थाणवे नम:
- ॐ अहिर्बुध्न्याय नम:
- ॐ दिगंबराय नम:
- ॐ अष्टमूर्तये नम:
- ॐ अनेकात्मने नम:
- ॐ सात्विकाय नम:
- ॐ शुद्दविग्रहाय नम:
- ॐ शाश्वताय नम:
- ॐ खण्डपरशवे नम:
- ॐ अजाय नम:
- ॐ पाशविमोचकाय नम:
- ॐ मृडाय नम:
- ॐ पशुपरये नम:
- ॐ देवाय नम:
- ॐ महादेवाय नम:
- ॐ अव्ययाय नम:
- ॐ हरये नम:
- ॐ भगनेत्रभिदे नम:
- ॐ अव्यक्ताय नम:
- ॐ हराय नम:
- ॐ दक्षाध्वरहराय नम:
- ॐ पूषदन्तभिदे नम:
- ॐ अव्यग्राय नम:
- ॐ सहस्राक्षाय नम:
- ॐ सहस्रपदे नम:
- ॐ अपवर्गप्रदाय नम:
- ॐ अनन्ताय नम:
- ॐ तारकाय नम:
- ॐ परमेश्वराय नम:
भगवान शिव शतनाम-नामावली स्तोत्र पढ़ने के फायदे
- भगवान शिव के नामों के जाप से मनुष्य को मोक्ष की प्राप्ति होती है, अगर कोई मनुष्य मोक्ष की प्राप्ति चाहता है तो उसे नियमित रूप से इन नामों का जाप करना चाहिए।
- मान्यता है कि महादेव का नाम जाप करते रहने से बड़ी से बड़ी समस्या टल जाती है। हर प्रकार की विपदा दूर हो जाती है।
- माना जाता है कि महादेव के नाम के जाप से लंबे समय से बीमार व्यक्ति भी ठीक हो जाता है।
- मान्यता है कि भगवान के महेश नाम के जाप से व्यक्ति को अपने व्यापार में जल्द ही सफलता प्राप्त होती है।
- धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, भगवान के नटराज नाम का जाप करने से मान सम्मान में बढ़ोत्तरी होती है।
- माना जाता है कि भगवान शिव के रुद्र नाम का जाप करने से उग्र स्वभाव के बच्चों के व्यवहार में बदलाव आता है।
- भगवान शिव की विधिवत पूजा के साथ उनके 108 नामों का जाप करने से घर में सुख समृद्धि आती है।
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