काली अष्टोत्तर शतनामावली ! Kali Ashtottara Shatnamavali
काली अष्टोत्तर शतनामावली, देवी काली के 108 नामों या गुणों की सूची है. इसका उपयोग पूजा और भक्ति के रूप में किया जाता है. माना जाता है कि काली अष्टोत्तर शतनामावली का जाप करने से देवी का आशीर्वाद प्राप्त होता है और भक्त को शांति, समृद्धि और सुरक्षा मिलती है. कहा जाता है कि जो व्यक्ति रात में काली अष्टोत्तर शतनामावली का पाठ करता है, उसके घर में काली का वास होता है देवी काली के 108 नामों या गुणों की एक सूची है. इन नामों का जाप करने से देवी का आशीर्वाद प्राप्त होता है और भक्त को शांति, समृद्धि, और सुरक्षा मिलती है ! धार्मिक मान्यता है कि नियमित रूप से मां भगवती की साधना करने से जीवन में आने वाली बला टल जाती है और घर में सुख-समृद्धि आती है !
काली अष्टोत्तर शतनामावली के बारे में कुछ और बातें:-
- इन 108 नामों की रचना विभिन्न व्यक्तियों द्वारा विशेष अवसरों पर विभिन्न देवताओं से प्रार्थना के रूप में की जाती है !
- इन नामों का पाठ और ध्यान, भक्तों को संतुलन, शांति, और उत्तम जीवन की प्राप्ति में सहायक होता है !
- अग्निहोत्र में इन मंत्रों की सिद्धि के लिए इन्हें एक सौ आठ बार जपना चाहिए !
- इस गीत की पूर्णाहुति से सभी मनोकामनाओं का फल प्राप्त होता है !
- काली पूजा का उपयुक्त समय रात्रि काल होता है !
- इन नामों को अंधेरे को दूर करने वाली सबसे प्रमुख (आद्या काली) की आंतरिक प्रकृति के रूप में जाना जाता है !
- पाप ग्रहों, विशेषकर राहु और केतु शनि की शांति के लिए मां काली की उपासना अचूक होती है !
Kali Ashtottara Shatnamavali |
काली अष्टोत्तर शतनामावली ! Kali Ashtottara Shatnamavali के 108 नाम
- ॐ काल्यै नमः
- ॐ कपालिन्यै नमः
- ॐ कण्ठयै नमः
- ॐ कामदायै नमः
- ॐ कामसुन्दर्यै नमः
- ॐ कालरात्र्यै नमः
- ॐ कालिकायै नमः
- ॐ कालभैरव पूजिथायै नमः
- ॐ कुरुकुल्लायै नमः
- ॐ कामिन्यै नमः
- ॐ कामनीय स्वभावविन्यै नमः
- ॐ कुलीनायै नमः
- ॐ कुलकर्त्यै नमः
- ॐ कुलवर्त्म-प्रकाशिन्यै नमः
- ॐ कस्तूरी रस नीलायै नमः
- ॐ काम्यायै नमः
- ॐ काम स्वरूपिण्यै नमः
- ॐ काकार वर्ण निलायै नमः
- ॐ कामधेनव नमः
- ॐ करालिकायै नमः
- ॐ कुल कण्ठयै नमः
- ॐ करालस्यायै नमः
- ॐ कामार्थयै नमः
- ॐ कलावथ्यै नमः
- ॐ क्रुसोधार्यै नमः
- ॐ कामाख्यायै नमः
- ॐ कौमर्थ्यै नमः
- ॐ कुल-पालिन्यै नमः
- ॐ कुलजायै नमः
- ॐ कुल-कन्यायै नमः
- ॐ कुलहायै नमः
- ॐ कुलपूजिथयै नमः
- ॐ कामेश्वर्यै नमः
- ॐ काम-कथायै नमः
- ॐ कुंजरेश्वर-गामिन्यै नमः
- ॐ काम-दात्र्यै नमः
- ॐ काम-हृथ्र्यै नमः
- ॐ कृष्णायै नमः
- ॐ कपार्धिन्यै नमः
- ॐ कुमुधायै नमः
- ॐ कृष्णाय देहायै नमः
- ॐ कलिन्ध्यै नमः
- ॐ कुल पूजिथयै नमः
- ॐ काश्यप्यै नमः
- ॐ कृष्णा मात्रे नमः
- ॐ कुलिशाङ्यै नमः
- ॐ कालायै नमः
- ॐ क्रीं रूपायै नमः
- ॐ कुल गमयै नमः
- ॐ कमलयै नमः
- ॐ कृष्णाय पूजिथयै नमः
- ॐ क्रुषांग्यै नमः
- ॐ किन्नरथ्यै नमः
- ॐ कर्तृयै नमः
- ॐ कालकान्त्यै नमः
- ॐ कार्तिक्यै नमः
- ॐ कुम्भु कण्ठ्यै नमः
- ॐ कौलिन्यै नमः
- ॐ कुमुधायै नमः
- ॐ काम जीविन्यै नमः
- ॐ कुलस्त्रियै नमः
- ॐ कीर्तिकायै नमः
- ॐ कृत्यायै नमः
- ॐ कीर्तियै नमः
- ॐ कुल पालकायै नमः
- ॐ कामदेव कालयै नमः
- ॐ कल्पलथयै नमः
- ॐ कामांग वर्धिन्यै नमः
- ॐ कुंथयै नमः
- ॐ कुमुदा प्रीतायै नमः
- ॐ कदंब कुसुमोत्थसुखायै नमः
- ॐ कादम्बिन्यै नमः
- ॐ कमलिन्यै नमः
- ॐ कृष्णानन्द प्रदायिन्यै नमः
- ॐ कुमारी पूजा नराथयै नमः
- ओम कुमारी-गण सोभितयै नमः
- ॐ कुमारी रंजना रथयै नमः
- ॐ कुमारी व्रत धारिण्यै नमः
- ॐ कंकल्यै नमः
- ॐ कामनीयै नमः
- ॐ कामशास्त्र विसरादायै नमः
- ॐ कपाल खट्वांगा धार्र्यै नमः
- ॐ कालभैरव स्वरूपिण्यै नमः
- ॐ कोटरेथयै नमः
- ॐ कोटराक्ष्यै नमः
- ॐ काशी वासिन्यै नमः
- ॐ कैलास वासिन्यै नमः
- ॐ कथ्यायन्यै नमः
- ॐ कार्यकार्त्यायै नमः
- ॐ काव्यशास्त्र प्रमोधिन्यै नमः
- ॐ कामाकर्षण रूपायै नमः
- ॐ कामपीठ निवासिन्यै नमः
- ॐ कांकिनयै नमः
- ॐ काकिन्यै नमः
- ॐ क्रिदायै नमः
- ॐ कुथ्सिथयै नमः
- ॐ कलह प्रियायै नमः
- ॐ कुन्दगोलोध्भव प्रणयै नमः
- ॐ कौसिक्यै नमः
- ॐ कीर्ति वर्धिन्यै नमः
- ॐ कुम्भस्थान्यै नमः
- ॐ कातक्षायै नमः
- ॐ काव्यायै नमः
- ॐ कोकणादा प्रियायै नमः
- ॐ कंठरा वासिन्यै नमः
- ॐ कथ्यै नमः
- ॐ कथिनायै नमः
- ॐ कृष्णावल्लभायै नमः
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