गुरु - बृहस्पति स्तोत्र ! Guru Brhaspati Stotr

गुरु - बृहस्पति स्तोत्र  ! Guru Brhaspati Stotr 

गुरु बृहस्पति को सबसे दयालु माना जाता है। बृहस्पति स्तोत्र का जाप करने से जातक को बहुत अच्छा भाग्य प्राप्त होता है। सनातन धर्म में देवताओं के गुरु बृहस्पति को एक शुभ देवता और ग्रह माना जाता है। देव गुरु बृहस्पति को न्याय शास्त्र और वेदों का ज्ञाता कहा गया है। नवग्रहों में से एक बृहस्पति के शुभ प्रभाव से सुख, सौभाग्य, लंबी आयु, धर्म लाभ आदि मिलता है।

गुरु - बृहस्पति स्तोत्र ! Guru Brhaspati Stotr

बृहस्पति स्तोत्र का पाठ बहुत चमत्कारी माना गया है। बृहस्पति ग्रह संतान पक्ष के कारक माने जाते है। बृहस्पति स्तोत्र का नियमित पाठ करने से संतान संबंधी कष्टों का अंत होता है। कुंडली में बृहस्पति उच्च स्थान पर हो तो बहुत ही शुभ फल मिलते है। बृहस्पति स्तोत्र का जाप करने से बृहस्पति देव प्रसन्न होते हैं और जातक के जीवन में खुशहाली बनी रहती है।

गुरु - बृहस्पति स्तोत्र  ! Guru Brhaspati Stotr

बृहस्पतिः सुराचार्यो दयावान् शुभलक्षणः ।
लोकत्रयगुरुः श्रीमान् सर्वज्ञः सर्वकोविदः ॥ १ ॥

सर्वेशः सर्वदाऽभीष्टः सर्वजित्सर्वपूजितः ।
अक्रोधनो मुनिश्रेष्ठो नीतिकर्ता गुरुः पिता ॥ २ ॥

विश्वात्मा विश्वकर्ता च विश्वयोनिरयोनिजः ।
भूर्भुवस्सुवरों चैव भर्ता चैव महाबलः ॥ ३ ॥

पञ्चविंशतिनामानि पुण्यानि नियतात्मना ।
नन्दगोपगृहासीन विष्णुना कीर्तितानि वै ॥ ४ ॥

यः पठेत् प्रातरुत्थाय प्रयतः सुसमाहितः ।
विपरीतोऽपि भगवान्प्रीतस्तस्य बृहस्पतिः ॥ ५ ॥

यश्शृणोति गुरुस्तोत्रं चिरं जीवेन्न संशयः ।
सहस्रगोदानफलं विष्णोर्वचनतोभवेत् ।
बृहस्पतिकृता पीडा न कदाचिद्भविष्यति ॥ ६ ॥

इति श्री बृहस्पति स्तोत्र !!

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बृहस्पति देव से संबंधित महत्वपूर्ण प्रश्न उत्तर - Brhaspati Dev Se Sambandhit Mahatvapoorn Prashn Uttar :-

कैसे पता चलेगा कि बृहस्पति अशुभ है या लाभकारी?

पहले, दूसरे, पांचवें और सातवें घरों में बृहस्पति की लाभकारी स्थिति आशावाद, धन, रचनात्मकता और सामंजस्यपूर्ण रिश्ते लाती है। हालाँकि, चौथे और दसवें घर में अशुभ स्थिति संवेदनशीलता, चुनौतीपूर्ण रिश्ते, अहंकारी मुद्दे और कम दोस्त पैदा कर सकती है ।

बृहस्पति ग्रह को खुश कैसे करें?

जब आप गायों का सम्मान करते हैं तो बृहस्पति प्रसन्न होते हैं, इसलिए इसमें निश्चित रूप से उन्हें न खाना भी शामिल है! यदि आप आस-पास किसी गाय को जानते हैं, तो अतिरिक्त भाग्य के लिए उन्हें चने की दाल, गुड़ या हल्दी जैसे पीले खाद्य पदार्थ खिलाएं। अन्य सहायक आहार परिवर्तनों में शामिल हैं: शराब से परहेज।

बृहस्पति को मजबूत करने के लिए क्या करना चाहिए?

इस दिन देव गुरु बृहस्पति की पूजा करें. साथ ही गुरु ग्रह की कृपा पाने के लिए गुरुवार के दिन 'ॐ ग्रां ग्रीं ग्रौं सः गुरवे नमः' मंत्र का जाप 3, 5 या 16 माला जाप करें. गुरुवार के दिन नहाने के पानी में चुटकीभर हल्दी मिलाकर स्नान करें और पीले रंग के कपड़े पहनें. इससे भी गुरु ग्रह मजबूत होते हैं

बृहस्पति को खुश करने के लिए क्या उपाय करें?

देवगुरु बृहस्पति को प्रसन्न करने के लिए प्रतिदिन 'ॐ भगवते वासुदेवाय नमः' मंत्र का एक माला जाप करें. साथ ही भगवान विष्णु या उनके किसी भी अवतार को संभव हो तो पीले रंग के फल का भोग लगाकर प्रसाद के रूप में बांटें !

बृहस्पति कौन सी राशि मजबूत है?

आइए जानते हैं इन राशियों के बारे में… बता दें कि गुरु बृहस्पति को 27 नक्षत्रों में पुनर्वसु, विशाखा और पूर्वाभाद्रपद नक्षत्र का स्वामी माना जाता है। इसके साथ ही गुरु को धनु और मीन राशि का स्वामी माना जाता है और कर्क उच्च राशि है। इसके साथ ही मकर नीच राशि है।

गुरु को मजबूत करने के उपाय

नहाते समय 'ऊं नमो भगवते वासुदेवाय' मंत्र का जाप करते रहें. ऐसा करने से गुरु दोष दूर होता है. गुरु कमजोर होने पर व्यक्ति को बिजनेस में नुकसान झेलना पड़ता है और इससे बचने के लिए गुरुवार के दिन पीले रंग वस्त्र पहनकर भगवान विष्णु का पूजन करें !

बृहस्पति का धातु कौन सा है?

इनका वर्ण सुवर्ण या पीला माना जाता है और इनके पास दण्ड, कमल और जपमाला रहती है। ये सप्तवार में बृहस्पतिवार के स्वामी माने जाते हैं।

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