श्री केदारनाथ जी की आरती ! Aarti of Baba Kedar or Kedarnath
केदारनाथ मंदिर की आरती बेहद भावपूर्ण होती है और इसका उद्घोष 'जय उदार शंकर' के साथ होता है. यह आरती भगवान शिव की बाबा केदार या केदारनाथ में पूजे जाने वाले भगवान के रूप में दिव्यता का जश्न मनाती है. सनातन धर्म की आस्था के अनुसार, केदारनाथ धाम को ऊर्जा का बड़ा केंद्र माना जाता है. केदारनाथ मंदिर में भगवान शिव की पूजा करने से तीर्थयात्रियों को मोक्ष की प्राप्ति होती है. केदारनाथ मंदिर के दर्शन-पूजन करने पर सभी प्रकार के कष्टों से मुक्ति मिलती हैं और मनुष्य की समस्त मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं
केदारनाथ मंदिर उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग ज़िले में स्थित है. यह मंदिर समुद्र तल से 3,584 मीटर की ऊंचाई पर मंदाकिनी नदी के तट पर स्थित है. यह मंदिर भारत के 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक है और चार धाम यात्रा का एक महत्वपूर्ण स्तंभ है. केदारनाथ मंदिर तक की चढ़ाई लगभग 16 किलोमीटर की है !
श्री केदारनाथ जी,Baba Kedar Aarti
जय केदार उदार शंकर,मन भयंकर दुःख हरम |
गौरी गणपति स्कन्द नन्दी,श्री केदार नमाम्यहम् |
शैल सुन्दर अति हिमालय, शुभ मन्दिर सुन्दरम |
निकट मन्दाकिनी सरस्वती, जय केदार नमाम्यहम |
उदक कुण्ड है अधम पावन, रेतस कुण्ड मनोहरम |
हंस कुण्ड समीप सुन्दर,जय केदार नमाम्यहम |
Aarti of Baba Kedar or Kedarnath |
अन्नपूरणा सह अर्पणा, काल भैरव शोभितम |
पंच पाण्डव द्रोपदी सह,जय केदार नमाम्यहम |
शिव दिगम्बर भस्मधारी,अर्द्ध चन्द्र विभूषितम |
शीश गंगा कण्ठ फिणिपति,जय केदार नमाम्यहम |
कर त्रिशूल विशाल डमरू,ज्ञान गान विशारदम |
मझहेश्वर तुंग ईश्वर, रुद कल्प महेश्वरम |
पंच धन्य विशाल आलय,जय केदार नमाम्यहम |
नाथ पावन हे विशालम |पुण्यप्रद हर दर्शनम |
जय केदार उदार शंकर,पाप ताप नमाम्यहम ||
" श्री केदारनाथ जी की आरती / Shri Kedarnath ji ki Aarti"
टिप्पणियाँ