महाकाल शायरी 2 लाइन !
शिव को महाकाल क्यों कहा जाता है?
Mahakal Shayari 2 Line |
महाकाल शायरी 2 लाइन ! Mahakal Shayari 2 Line
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जो समय की चाल हैं, अपने भक्तों की ढाल हैं,
पल में बदल दे सृष्टि को, वो महाकाल हैं..!!
जय श्री महाकाल
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जो सुकून नहीं पूरे संसार में,
वह सुकून है मेरे महादेव के दरबार में।
जय श्री महाकाल
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कैसे कह दू मेरी हर दुआ बे असर हो गई,
मैं जब भी रोया मेरे महाकाल को खबर हो गई…!
जय श्री महाकाल
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महाकाल शांति में रखना मुझे शोर पसंद नहीं,
अपना ही रखना मुझे कोई और पसंद नहीं।
जय श्री महाकाल
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जब भी आते हो तुम,
मेरे मन में नयी उमंग जगाते हो।
जय श्री महाकाल
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जब सुकून नहीं मिलता दिखावे की बस्ती में,
तब खो जाता हु में महाकाल की मस्ती में…!
जय श्री महाकाल
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अंदाज हमारे कुछ निराले है,
क्योंकि हम महाकाल वाले है…!
जय श्री महाकाल
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जिंदगी जब महाकाल पर फिदा हो जाती है,
सारी मुश्किलें जीवन से जुदा हो जाती है…!
जय श्री महाकाल
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मैं नही जानता सही और गलत क्या है,
अगर मेरे महाकाल मेरे साथ है तो सब सही होगा…!
जय श्री महाकाल
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तेरी माया तू ही जाने,
हम तो बस तेरे दीवाने…!
जय श्री महाकाल
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कैसे भुला दूं उसको मैं ए मेरे महाकाल,
तू उन्हें मरने नही देता जो तेरी शरण में आजाएं…!
जय श्री महाकाल
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सुनते सब है,
समझते सिर्फ मेरे महाकाल है…!
जय श्री महाकाल
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वो खुद भी चले आते है भक्तों की एक पुकार से,
सब कुछ मिलता है महाकाल के दरबार से…!
जय श्री महाकाल
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एक आप ही तो हो मेरे महाकाल,
जिनसे कुछ कहना से पहले सोचना नही पड़ता…!
जय श्री महाकाल
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वो मेरे साथ नहीं है मगर महाकाल,
तुम हमेशा उसका साथ देना…!
जय श्री महाकाल
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बस इसी बात का सब्र है,
महाकाल को मेरी सारी खबर है…!
जय श्री महाकाल
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अगर महाकाल में आस्था है,
तो बंद द्वार भी रास्ता है…!
जय श्री महाकाल
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