गणेश जी को प्रसन्न करने के लिए ये 10 उपाय
गणेश जी को वरदान मिला था की उनकी पूजा सभी देवताओं में सबसे पहले की जाएगी. गणपति बाप्पा को विघ्नहर्ता भी कहा जाता है. वो अपने भक्तो के कष्ट दूर करते है और उन्हें सुख शान्ति देते हैं.
हिंदू धर्म में भगवान गणेश जी का बहुत महत्व है. उन्हें शुरुआत का देवता माना जाता है और किसी भी बड़े काम से पहले उनकी पूजा की जाती है. गणेश जी को विघ्नहर्ता, विनायक, गजानन, और गणपति जैसे कई नामों से जाना जाता है. मान्यता है कि गणेश जी की कृपा से साधक के सभी दुख दूर होते हैं और उसे बल, बुद्धि, और विद्या का आशीर्वाद प्राप्त होता है. गणेश जी को बुद्धिजीवियों, बैंकरों, शास्त्रियों, और लेखकों का संरक्षक माना जाता है
धार्मिक मान्यताओं के मुताबिक, भगवान गणेश को प्रसन्न करने का बहुत महत्व है. गणेश जी को प्रसन्न करने से भक्तों के दुख दूर होते हैं और मनोरथ पूरे होते हैं. गणेश जी को विघ्नहर्ता और भाग्य विधाता भी कहा जाता है. उनकी कृपा से सुख, सौभाग्य, आय, आयु, धन, और ऐश्वर्य में वृद्धि होती है. इन चीज़ों को करने से आप उन्हें जल्द ही प्रसन्न कर सकते है. ध्यान रखे की कोई भी चीज़ अगर भक्ति भावना से की जाये तोह ही सफल होती हैं
गणेश जी को प्रसन्न करने के लिए ये 10 उपाय-
- गणपती जी को गेंदे के फूल अत्यधिक प्रिय है। उनके गले में सदैव गेंदे के फूल की माला ही पहनाएं ।
- गणेश जी की चार भुजाएं हैं, जिनमें से उनके एक हाथ में शंख है। गणेश जी को शंख की ध्वनि बहुत प्रिय है इसलिये उनकी आरती करते समय तेज़ धवनि से शंख बजाएं।
- भगवान गणेश का सिर हाथी का है तो इसलिये इन्हें हाथी की तरह केला खाना बहुत पसंद है। इनकी मूर्ती के चारों तरफ का एरिया केवल केले की पत्तियों और तने से ही सजाई जाती हैं।
- पंचामृत भगवान गणेश जी की सबसे प्रिय वस्तु है. पंचामृत के लिए पांच चीजों की आवश्यकता होती है. पंचामृत घी, शहद, दूध, दही और शक्कर से मिलकर बनाया जाता है. पंचामृत बनाने के बाद भगवान गणेश जी को भोग लगाना चाहिए.
- गणेश जी को मूंग के लडडू चढ़ाने से आजीविका की प्राप्ति शीघ्र होती है।
- शास्त्रों में के अनुसार शमी ही एक मात्रा पौधा है जिसकी पूजा से गणेश जी और शनि दोनों प्रसन्न होते हैं। ऐसे माना जाता है कि भगवान श्री रमा ने भी रावण पर विजय पाने के लिए शमी की पूजा की थी। शमी गणेश जी को अत्यंत प्रिय है। शमी के कुछ पत्ते नियमित गणेश जी को अर्पित करें तो घर में धन एवं सुख की वृद्घि होती है।
- पवित्र चावल उसे कहा जाता है जो टूटा हुआ नहीं हो।सूखा चावल गणेश जी को नहीं चढ़ाएं। चावल का गीला करें फिर, ‘इदं अक्षतम् ऊं गं गणपतये नमः’ मंत्र बोलते हुए तीन बार गणेश जी को चावल चढ़ाएं।
- गणेश जी को प्रसन्न करने का सबसे सरल तरीका है हर दिन सुबह स्नान पूजा करके गणेश जी को दूर्वा यानी हरी घास अर्पित करें।
- सिंदूर की लाली गणेश जी को बहुत पसंद है। गणेश जी की प्रसन्नता के लिए लाल सिंदूर का तिलक लगाएं। गणेश जी को तिलक लगाने के बाद अपने माथे पर सिंदूर का तिलक लगाएं। इससे गणेश जी की कृपा प्राप्त होती है।
- गणेश जी का एक दांत परशुराम जी से युद्ध में टूट गया था। इससे अन्य चीजों को खाने में गणेश जी को तकलीफ होती है, क्योंकि उन्हें चबाना पड़ता है। मोदक काफी मुलायम होता है जिससे इसे चबाना नहीं पड़ता है। यह मुंह में जाते ही घुल जाता है। इसलिए गणेश जी को मोदक बहुत ही प्रिय है।
गणेश जी को प्रिय चीज़ें:-
- भोग - मोदक लड्डू
- पुष्प - लाल रंग के फूल
- वस्तु - दुर्वा (दूब)
- वृक्ष - शमी-पत्र, केल, केला आदि
- अन्य - केसरिया चंदन, अक्षत, दूर्वा
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