वरुथिनी एकादशी की पूजा विधि और व्रत रखने से कई लाभ,Varuthini Ekadashi Kee Pooja Vidhi Aur Vrat Rakhane Se Kaee Laabh
वरुथिनी एकादशी की पूजा विधि और व्रत रखने से कई लाभ
वरुथिनी एकादशी का व्रत रखने से बुरे भाग्य में भी बदलाव आ सकता है. इस व्रत को रखने से व्यक्ति को अपने जीवन में समृद्धि, प्रचुरता, और सौभाग्य प्राप्त होता है. इस दिन तिल का दान करना बहुत शुभ माना जाता है. वरुथिनी एकादशी पर तिल दान को स्वर्ण दान करने से भी अधिक शुभ माना गया है
Varuthini Ekadashi Kee Pooja Vidhi Aur Vrat Rakhane Se Kaee Laabh |
वरुथिनी एकादशी की पूजा विधि
वरुथिनी एकादशी के दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान करना चाहिए. इसके बाद साफ़ कपड़े पहनकर मंदिर की सफ़ाई करनी चाहिए. फिर देवी-देवताओं को स्नान कराना चाहिए और साफ़ कपड़े पहनाने चाहिए. मंदिर में दीप प्रज्वलित करना चाहिए और भगवान विष्णु का ध्यान करना चाहिए. फिर भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी की पूजा करनी चाहिए. पूजा के दौरान भगवान विष्णु को चंदन का तिलक लगाना चाहिए और फूल-माला अर्पित करनी चाहिए. साथ ही, भगवान को पंचामृत का भोग लगाना चाहिए. घी का दीपक जलाना चाहिए और व्रत का संकल्प लेना चाहिए व्रत के दिन भगवान को अन्न का भोग नहीं लगाना चाहिए और न ही अन्न खाना चाहिए. दिन में फलाहार करना चाहिए और रात में जागरण करना चाहिए. अगले दिन सुबह स्नान और पूजा के बाद अपनी क्षमता के मुताबिक दान देना चाहिए. फिर पारण के समय में भोजन करके व्रत को पूरा करना चाहिए. तुलसी के पत्ते और चरणामृत ग्रहण करके भी पारण किया जा सकता है. भोजन द्वादशी तिथि के समान से पहले कर लेना चाहिए !
- भगवान विष्णु को पंचामृत दूध, दही, घी, शकर और शहद मिलाकर स्नान कराएं.
- ऊँ नमो भगवते वासुदेवाय मंत्र का जाप करें.
- षोडशोपचार विधि से पूजा करें.
- विष्णु सहस्त्रनाम का जाप करें.
- राहगीरों को जल दान करें.
- भोग में तुलसी दल डालें.
- इसके बाद अगले दिन द्वादशी पर व्रत का पारण करें
- संभव हो तो इस दिन ज़रूरतमंदों को छाता का दान करें.
वरुथिनी एकादशी के दिन भगवान विष्णु की पूजा के लिए ये चीज़ें चाहिए:
- रोली, मोली, पीला चंदन, अक्षत, पीले पुष्प, ऋतुफल, मिष्ठान
- पीला वस्त्र
- फूलों की माला
- पंचामृत
- तुलसी पत्र
- नारियल
- दीप
- घी कपूर
- चंदन
- कलश
- सुपारी
- धूप
- प्रसाद के लिए मिठाई
- इस दिन भगवान विष्णु को हल्वा और खीर का भोग लगाना चाहिए
वरुथिनी एकादशी का व्रत रखने से कई लाभ
- पापों का नाश होता है.
- अपार धन-वैभव की प्राप्ति होती है.
- बुरे भाग्य में बदलाव आता है.
- सौभाग्य में बढ़ोतरी होती है.
- भगवान श्री विष्णु खुश होते हैं और सुख-समृद्धि, शांति, और स्वर्गलोक की प्राप्ति का फल देते हैं.
- मनवांछित फल की प्राप्ति होती है.
- घर में सुख-शांति के साथ खुशहाली का वास होता है.
- जीवन में समृद्धि, प्रचुरता, और सौभाग्य की प्राप्ति होती है.
- भगवान मधुसूदन की कृपा प्राप्त होती है.
- जाने-अनजाने में हुए पाप दूर हो जाते हैं.
- दुख-दर्द दूर होते हैं.
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