Shyam Baba : जय श्री श्याम बाबा 30 शायरी,Jai Shri Shyam Baba 30 Shayari
खाटू श्याम बर्बरीक थे, जिन्हें आज खाटू श्याम के नाम से जाना जाता है. इनका संबंध महाभारत काल से जुड़ा है. बर्बरीक बहुत शक्तिशाली थे. इतना कि इनके एक बाण से महाभारत का युद्ध भी समाप्त हो सकता है. इनकी शक्ति और प्रतिभा से भगवान श्रीकृष्ण बहुत प्रसन्न हुए थे और कृष्ण से ही इन्हें कलयुग में पूजे जाने का वरदान मिला था. आइये जानते हैं बर्बरीक से खाटू श्याम बनने और कलयुग में पूजे जाने की पूरी कहानी !
Jai Shri Shyam Baba 30 Shayari |
जय श्री श्याम बाबा 30 शायरी,Jai Shri Shyam Baba 30 Shayari
हाथों में ले श्याम ध्वजा,
मन में ले विश्वास,
लो चल चले हम खाटू धाम,
अब पूरे होगी आस।
।। जय श्री श्याम।।
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वो लम्हा मेरी जिन्दगी का बड़ा अनमोल होता है।
मेरे श्याम
जब तेरी बातें, तेरी यादें, तेरा माहौल होता है।
।। जय श्री श्याम।।
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हो गया हु बेफिक्र, अब तो श्याम बाबा के हांथो मे मेरी डोरी है
अब वो जिधर ले जाये !
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तेरे चरणों की कोमलता "श्याम"
मन को मगन बनाती है ।
जब तक रहता हूँ... तेरे चरणों में
सब चिन्ता मिट जाती है ।।
॥ जय श्री श्याम ॥
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खाटू वाले ये तेरा दीवना अलग है
पर गलत नहीं !
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नही दरकार सागर की, कृपा की बूँद काफी है ।
रहूँ मस्ती में हरदम, बस "श्याम" का ध्यान काफी है।।
।। जय श्री श्याम ।।
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कोई कहता हैं कि सारा जमाना हैं मेरा,
किसी ने कहा,अपना भी बेगाना हैं मेरा,
कहता हैं कोई कुबेर का खजाना हैं मेरा,
पर मै कहता हु की श्याम के चरणों में ठिकाना हैं मेरा
!! जय श्री श्याम !!
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बड़े से बड़ा खतरा टल जाता है !,
गमो का शोला जल जाता है !
जब………
बाबा श्याम का आशीर्वाद साथ हो
तो मौत का भी रास्ता बदल जाता है।
।। जय श्री श्याम ।।
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तू चाहे तो मेरा हर काम साकार हो जाये,
तेरी कृपा से खुशियों की बहार हो जाये,
यूं तो कर्म मेरे भी कुछ खास अच्छे नहीं,
मगर तेरी नजर पड़े तो मेरा उद्धार हो जाये।
।। जय श्री श्याम।।
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मेरे मन के मन्दिर में, बस "श्याम"... तू ही बस जाये ।
जिसको भी देखूँ मैं...तेरा ही रूप नजर आये ।।
।। जय श्री श्याम ।।
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पलकों पे तुम्हें सांवरे बिठाने को जी चाहता हैं,
तेरी बांहों में श्याम, लिपट जाने को जी चाहता हैं।
खुबूसरत और बेन्याब हो श्याम तुम,
कि तुम्हें जिन्दगी बनाने को जी चाहता हैं।
।। जय श्री श्याम।।
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हारे का सहारा है ये, इससे ज्यादा कोई राज नहीं।
जिस के सिर पर हाथ हो इसका, इससे महंगा कोई ताज नहीं।।
।। जय श्री श्याम।।
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हारे का सहारा है ये, इससे ज्यादा कोई राज नहीं।
जिस के सिर पर हाथ हो इसका, इससे महंगा कोई ताज नहीं।।
।। जय श्री श्याम।।
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कभी अल्फाज भूल जाऊँ कभी ख्याल भूल जाऊँ..!!
तुम्हे इस कदर चाहूँ कि अपनी साँस भूल जाऊँ..!!
उठकर तेरे पास से जो चल दू कान्हा..!!
तो जाते हुए तेरे पास खुद को भूल जाऊँ..!!
।। जय श्री श्याम ।।
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चन्दन हैं खाटू की माटी,
अमृत यहाँ का नीर,
ये दोनों जिसको मिल जाए,
बहुत बड़ी उसकी तकदीर।
।। जय श्री श्याम।।
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“चूम “लू उस” राह “को
जो तेरे “दर” पे लेके जाती है।
“टेक “लू” माथा “उस हर “मोड़” को
जो तेरे “दर “का “रास्ता” बताती “है
“वार” दू अपनी “जिंदगी “उस धरती के “फूलों “पे
जो अपनी ” खुश्बू” से मेरे “श्याम” को “महकाती” है
।। जय श्री श्याम।।
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न किसी की आरजू है, न किसी की तलाश है...
कुछ और….क्यों सोचें हम,जब तू मेरे साथ है...
।। जय श्री श्याम।।
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बाबा तेरी रहमतों के सहारे मैं पलता हूँ
और तेरा ही नाम लेकर आगे बढ़ता हूँ
बाबा तू मुझसे नजर ना फेरना कभी
इक तू ही है जिसके सहारे मैं चलता हूँ
!! जय श्री श्याम राधे – राधे !!
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काश तू मेरी आँखों का पानी बन जाये,
साँवरे सरकार.........
मैं रो भी ना पाऊं तुझे खोने के डर से।
।। जय श्री श्याम।।
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कई देवता इस दुनिया में है सब के रूप सुहाने है ?
खाटू में जो सजकर बैठे है हम उनके दीवाने है
।। जय श्री श्याम।।
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"उसके खुबसुरत चेहरे में जैसे एक जादू है
जो दिल में असर कर गया है.,
हर पल ख्याल उसका,
नींद में देखू बस ख्वाब उसका,
ऐसा हाल कर गया है.."
।। जय श्री श्याम।।
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मोर छड़ी और काली कमली
होठो पे मुस्कान है
बिन मांगे जो भर देता झोली
ऐसा है हमारा श्याम
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इतनी दया कर दो मुझ पर कि तेरे चरणों में जीवन बिताऊँ....
मैं रहूँ इस जगत में कहीं भी,
तेरी चौखट को भूल न पाऊँ...
।। जय श्री श्याम ।।
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ना जोर चलेगा जमाने का, ना होड़ लगेगा हराने का
जब श्याम का हाथ हो सर पर तो कोई क्या बिगाड़ेगा इस दीवाने का
!! जय श्री श्याम राधे – राधे !!
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ना जोर चलेगा जमाने का, ना होड़ लगेगा हराने का
जब श्याम का हाथ हो सर पर तो कोई क्या बिगाड़ेगा इस दीवाने का
!! जय श्री श्याम राधे – राधे !!
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तकदीर से मिलती है मेरे श्याम तेरी चौखट
तकदीर हमारी यूँ ही बनाये रखना
जब भी तड़पें हम दीदार को तेरे
तेरे दरबार मे हमारी हाजरी लगाये रखना...
।। जय श्री श्याम।।
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मेरे दिल मे नाम बस उसका है
जिसका पूरी दुनिया मे डंका बजता है !
।। जय श्री श्याम ।।
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हर मनोकामना पूरी हो जाएगी
बस एक बार सच्चे मन से मेरे श्याम बाबा को याद करो !
।। जय श्री श्याम ।।
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लाखों भटकते हैं, पर वो
एक मंजिल दिखलाता है,
लाखों रोते बिलखते हैं,
वो आंसू पोंछने आता है,
दिल में उठती जो दुआ,
एक पल में ही सुन जाता है,
वही नूरे-जहाँ, इस दुनिया में
"श्याम साँवरा" कहलाता हैं
।। जय श्री श्याम ।।
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