जय श्री खाटू श्याम बाबा की ! Khatu Shyam Shayari in Hindi
वक्त गुजरता है गुजरने दो
मैं श्याम दरबार में आता रहुँ
वो नाम पुकारे जब भी मेरा
मैं हाजिरी अपनी लगाता रहुँ
।। जय श्री खाटू श्याम बाबा की ।।
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जय श्री खाटू श्याम बाबा की ! Khatu Shyam Shayari in Hindi |
आखियां प्यासी है, श्याम तेरा दर्शन चाहिये
लग जाऊं तेरी सेवा में श्याम, ऐसा जीवन चाहिये
जहां तेरी भक्ति करूं, वो जगह खाटूधाम बन जाये,
जब भी मैं करूं तुझे याद, बस साक्षात तू मुझे नजर आये।
।। जय श्री खाटू श्याम बाबा की ।।
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श्याम की सुन्दर सूरत दिल में बसा रखे हैं
अपने जीवन को उन्हीं की भक्ति लगा रखे हैं,
एक बार दर्शन दे दो बाबा
एक छोटी सी आस लगा रखे हैं।
।। जय श्री खाटू श्याम बाबा की ।।
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श्याम जी की तलाश में कदम खुद निकल गये।
श्याम जी की यादों में अरमान पिघल गये।
खोजते थे श्या मजी को सारे जहान में
पलकें बंद करी तो श्याम जी दिल में ही मिल गये।।
।। जय श्री खाटू श्याम बाबा की ।।
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कोई किस्मत के सितारे बदलने की बात करता है।
कोई हाथों की रेखाऐं बदलने की बात करता है।
मेर श्याम कितना प्यारा है।
जो हर हारे का सहारा बन साथ चलने की बात करता है।।
।। जय श्री खाटू श्याम बाबा की ।।
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तुम जिसे चाहो अपना अंदाज दे देना,
हक इतना सा मुझे आज दे देना,
नजरें दुनियां की जब हमें छोड़ दें तन्हा
बस उस मोड़ पर मुझे ‘मै तेरे साथ हूँ’
ये कहकर आवाज दे देना।
।। जय श्री खाटू श्याम बाबा की ।।
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जुबां के हर शब्द पा नाम है तेरा
तेरे नाम से ही तो होता है मेरा सवेरा
मेरे मन के हर कोने पर श्याम तेरा बसेरा
मेरा जीवन सुखी है देख श्याम आपका चेहरा
।। जय श्री खाटू श्याम बाबा की ।।
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ना जोर चलेगा जमाने का,
ना होड़ लगेगा हराने का
जब श्याम की पलबल छाया हो,
जब श्याम की पलबल छाया हो,
तो क्या बिगडे़गा दीवाने का।
।। जय श्री खाटू श्याम बाबा की ।।
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।। जय श्री खाटू श्याम बाबा की ।।
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श्याम प्रभु के पीछे पड़ जा,
चाहत रंग दिखलाएगी।
प्रीत की डोरी बड़ी प्रबल है,
प्रीत की डोरी बड़ी प्रबल है,
श्याम से तुझे मिलाएगी।।
।। जय श्री खाटू श्याम बाबा की ।।
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।। जय श्री खाटू श्याम बाबा की ।।
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शोभा तेरे रूप की बाबा,
देख नाचे मन की मोर।
इत देखू, उत देखू,
इत देखू, उत देखू,
देखू चारों ओर, तेरे जैसा बाबा न कोई और।
।। जय श्री खाटू श्याम बाबा की ।।
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।। जय श्री खाटू श्याम बाबा की ।।
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मेरे श्याम तेरी महिमा आपार है,
तू ही तो मेरी जिंदगी है तू ही मेरी सांसे
तुझ से बिछर के जाऊं कहा मेरे श्याम,
मेरी जिंदगी का तू ही सहारा है !!
।। जय श्री खाटू श्याम बाबा की ।।
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कोई कहता है कि सारा जमाना है मेरा
कोई कहता है अपना भी बेगाना है मेरा
कोई कहता है कुबेर का खजाना है मेरा, पर
मै कहता हु की श्याम के चरणों में ठिकाना है मेरा
।। जय श्री खाटू श्याम बाबा की ।।
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जो तेरे नाम पर ही श्याम, जीते है मरते हैं,
उनके दिन सुख चैन से ही, सदा गुजरते हैं
तुमसे ही लगन लगाते हैं, रात-दिन तेरे खाते हैं।।
।। जय श्री खाटू श्याम बाबा की ।।
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श्याम नाम की करो कमाई,
जाप करो तो बढ़ती जाये।
न जाने किस घड़ी तुम्हारे,
वक्त पड़ने पर काम आ जाये।।
।। जय श्री खाटू श्याम बाबा की ।।
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आओ बसायें मनमंदिर में झांकी खाटूश्याम की।
जिसके मन में श्याम नहीं वो काया किस काम की।।
।। जय श्री खाटू श्याम बाबा की ।।
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मैं क्यूं घबराऊँ श्याम, मुश्किल हो लाख भले।
तू थामें जब पतवार, मिट्टी पे नाव चलें।।
।। जय श्री खाटू श्याम बाबा की ।।
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वो सुबह कैसी जिसमें तेरा नाम ना हो बाबा,
बिना तेरी खुशबू लिये कभी हमारी शाम ना हो बाबा,
हमारे रोम-रोम में बसे हो तुम श्याम,
वो पलकें ही क्या बाबा जो तेरी याद आये और नम न हो।
।। जय श्री खाटू श्याम बाबा की ।।
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भीड़ में दुनिया का सहारा तुम ही हो,
कश्ती बीच भवंर में किनारा तुम ही हो।
थक कर रूक जातें हैं जब जब कदम मेरे
हौसला जो देता है वो इशारा तुम ही हो।
।। जय श्री खाटू श्याम बाबा की ।।
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कहते हैं डूबते को तिनके का सहारा
वो महान जिसने पार उतारा
मैं तो सबसे यही कहुँ
हारे का सहारा बाबा खाटूश्याम हमारा
।। जय श्री खाटू श्याम बाबा की ।।
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श्याम मेरा सखा है और मैं श्यामसखा
यारी दोस्ती यह बनी रहे
जैसे सुदामा और अर्जुन नाम तेरे साथ
मेरा भी नाम सब तेरे संग कहे
।। जय श्री खाटू श्याम बाबा की ।।
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ष्याम मैं तो तेरा दीवाना
मुझे इस जहाँ से क्या लेना
अपने चरणों में तू रख ले मुझे
जमीन आसमाँ से क्या लेना
।। जय श्री खाटू श्याम बाबा की ।।
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श्याम है मुझे आसरा तेरा
तज के तुझे मैं जाऊँ कहाँ
तू छुप कर भी लगाले दरबार
ढूंढता हुआ आऊँगा वहाँ
।। जय श्री खाटू श्याम बाबा की ।।
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मंद पवन मस्त बयार
ठंडी ठंडी फुहार
उस पर तेरी बाँसुरी
देती हर्ष अपार
।। जय श्री खाटू श्याम बाबा की ।।
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उस पर तेरी बाँसुरी
देती हर्ष अपार
।। जय श्री खाटू श्याम बाबा की ।।
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हे मोर्वये हे लखदातार
हे लीला के अश्वार
राह दिखला दे मुझे
मैं देखुं तेरा दरबार
।। जय श्री खाटू श्याम बाबा की ।।
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दर्द दिल का सुनाये बिना
मेरा श्याम पीड़ा हर लेता है
जो आता है हाथ पसारकर
मेरा बाबा झोली भर देता है
।। जय श्री खाटू श्याम बाबा की ।।
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लोग कहते हैं आसरा खुद का रखो
तो पत्थर से भी पानी निकाल सकते हैं
मुझे भरोसा श्याम का जो हर विपदा से
हारे हुऐ को संभाल सकते हैं
।। जय श्री खाटू श्याम बाबा की ।।
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नैनों में तेरी तस्वीर है
होंठो पर तेरा नाम
नाम तेरा सुमिरन करता रहूँ
हर पल हर दिन आठों याम
।। जय श्री खाटू श्याम बाबा की ।।
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धीरे धीरे चल रे मन
श्याम मूरत मोहे निहारने दे
जितना देखुँ मन नहीं भरता
सूरत यह नजर में उतारने दे
।। जय श्री खाटू श्याम बाबा की ।।
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दरबार में तेरे ओ साँवरे
मूँज रहे जयकारे तेरे नाम के
ढोल बाजे खड़ताल बाजे
भक्त गा रहे भजन साँवरे श्याम के
।। जय श्री खाटू श्याम बाबा की ।।
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श्याम मेरी उलझन सुलझा दे
माथे से चिंता की लकीरें मिटा दे
मैं टूट कर बिखर गया हूँ
अपनी अंजुलि में मुझे समा ले
।। जय श्री खाटू श्याम बाबा की ।।
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मैं टूट कर बिखर गया हूँ
अपनी अंजुलि में मुझे समा ले
।। जय श्री खाटू श्याम बाबा की ।।
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मोहे श्याम रंग भाये
मैं हो गई रंग रंगीली
अब की होली पर मैंने
श्याम रंग की भाँग जो पी ली
।। जय श्री खाटू श्याम बाबा की ।।
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साँस थम जायेगी जो तेरा नाम न लूँ
चक्षुओं में रहेगा अँधियारा
कंठ अवरूद्ध हो जाएगा मेरे श्याम
जो नाम ना तेरा मैंने पुकारा
।। जय श्री खाटू श्याम बाबा की ।।
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जिस पथ पर श्याम रथ चले
उस पथ की धूल बन जाऊँ
हे मोर्वये तेरे कंठ पड़ी जो
उस माला का मैं फूल बन जाऊँ
।। जय श्री खाटू श्याम बाबा की ।।
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गरज गरज के बरसे घन
मोहे घनश्याम याद आऐ
सुप्रभात जब फूल खिले
लगे श्याम मंद मंद मुस्काऐ
।। जय श्री खाटू श्याम बाबा की ।।
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तेरा नाम लेते हैं तुझे याद करते हैं
गाते हैं तेरे गुणगान
कोई कहता श्याम तुझे
कोई गोविन्द कोई कहे दया निधान
।। जय श्री खाटू श्याम बाबा की ।।
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मोटे मोटे नैन कजरारे
मोपे डोरे डारे
जब जब तुझपे पड़े नजरिया
मर गई मैं लाज के मारे
।। जय श्री खाटू श्याम बाबा की ।।
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श्याम तेरी मूरत मोहिनी
खींचे मन तेरी ओर
मेरा मन तेरा हो गया
मेरा चले ना इस पर जोर
।। जय श्री खाटू श्याम बाबा की ।।
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एक एक पल श्याम तुम बिना
यूं लागे जुग बीता
तुम क्या जानों हे मोरवये
कोई तुमबिन कैसे जीता
।। जय श्री खाटू श्याम बाबा की ।।
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इस जमाने से कब के हम गुजर गये होते
जीने से पहले ही कब के हम मर गये होते
अगर ना बंधे होते आपके प्रेम के धागों से हम
तो ना जाने मोतियों के जैसे कब के हम बिखर गये होते।
।। जय श्री खाटू श्याम बाबा की ।।
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श्याम मेरा मन नहीं लगता,
तेरे बिन संसार में
मुझको अपना दास बना के
रख लो अपने दरबार में
।। जय श्री खाटू श्याम बाबा की ।।
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अधरों में प्यास है, नैनों में आस है
हवाओं में श्याम तेरी खुशबू का एहसास है
थामने मुझे तुम आओगे ज़रूर सांवरे
तुम्हे हो न हो मुझे तो पूरा विश्वास है
।। जय श्री खाटू श्याम बाबा की ।।
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श्याम तेरे मुख के उजाले से
रोशन मेरा संसार है
चरणों को छोड़ मैं जाऊँ कहाँ
इन्हीं में मेरा घर द्वार है
।। जय श्री खाटू श्याम बाबा की ।।
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