जय श्री श्याम ! Khatu Shyam Ji Shayari,Status

जय श्री श्याम ! Khatu Shyam Ji Shayari,Status

जिस में तू नहीं वो तमन्ना अधूरी हैं, 
तू जो मिल जाये तो जिन्दगी पूरी हैं
तेरे साथ जुड़ी हैं खुशियां, 
बाकी सबके साथ हंसना तो मजबूरी हैं।
।। जय श्री श्याम।।
___________________________
 Khatu Shyam Ji Shayari,Status


हिचकी दिलाकर ये कैसी उलझन बढ़ा रहे हो,
आंखे बंद हैं फिर भी नजर आ रहे हो
बस इतना बता दो मेरे श्याम
हमें याद कर रहे हो, या अपनी याद दिला रहे हो।।
।। जय श्री श्याम।।
___________________________

हाथों में ले श्याम ध्वजा, मन में ले विश्वास, 
लो चल चले हम खाटू धाम, अब पूरी होंगी आस।
___________________________

मेरा प्यार कुछ भी नहीं तेरे प्यार के आगे।
मेरी भक्ति कुछ भी नहीं तेरे दीदार के आगे।
फिर भी अपनी किस्मत पे इतराता हूँ श्याम,
जब सर झुकता है तेरे दरबार के आगे।।
।। जय श्री श्याम।।
___________________________

काश किसी रोज, उतर आओ सांवरे, 
तुम अपनी तस्वीर से, एक लम्हें की तरह।
दिल का हर, राज बयां हो जाये,
फिर बारिश की तरह।।
।। जय श्री श्याम।।
___________________________

कहते हैं कि जब कोई किसी को बहुत याद करता है
तो तारा टूट कर गिरता है
एक दिन सारा आसमान खाली हो जायेगा
और इल्जाम मुझ पर आ जायेगा मेरे श्याम
।। जय श्री श्याम।।
___________________________

थोड़ा सा गर विश्वास रखो तो तार देते हैं, 
मन में गर आस रखो तो संवार देते हैं,
ऐसे दयालु हैं मेरे श्याम,
दिल के पास रखो तो बेइन्तहा प्यार देते हैं।
।। जय श्री श्याम।।
___________________________

मेरे श्याम कहते है मत सोच की तेरा सपना क्यों पूरा नहीं होता
हिम्मत वालो का इरादा कभी अधुरा नहीं होता
जिस इंसान के कर्म अच्छे होते है
उस के जीवन में कभी अँधेरा नहीं होता
!! जय श्री श्याम !!
___________________________

आँखो की चमक पलकों की शान हो तुम, 
चेहरे की हंसी लबों की मुस्कान हो तुम,
घड़कता हैं दिल बस श्याम तुम्हारी आरजू में, 
फिर कैसे ना कहूँ श्याम मेरी जान हो तुम।।
।। जय श्री श्याम।।
___________________________

 खाटू जाने का नशा कुछ अलग होता है, 
पलको से श्याम चरणों को छूने से, दिल पर असर होता है,
मन्दिर में जब श्याम प्यार भरी नजरों से देखते हैं लगता है कि
जिन्दगी का पहला सफर यही से शुरू होता है।
।। जय श्री श्याम।।
___________________________

तू चाहे तो मेरा हर काम साकार हो जाये, 
तेरी कृपा से खुशियों की बहार हो जाये,
यूं तो कर्म मेरे भी कुछ खास अच्छे नहीं, 
मगर तेरी नजर पड़े तो मेरा उद्धार हो जाये।
___________________________

ले गया दिल और जिगर सांवरा जादूगर
दो बाते उनसे की, दिल का दर्द कम हो गया,
लोगो ने पूछा आज तुम्हें क्या हो गया,
हम बेकरार हो के हंस पड़े, ये ना कह पाये कि
हमें सांवरे का दीदार हो गया।
।। जय श्री श्याम।।
___________________________

पलकों पे तुम्हें सांवरे बिठाने को जी चाहता हैं, 
तेरी बांहों में श्याम, लिपट जाने को जी चाहता हैं।
खुबूसरत और बेन्याब हो श्याम तुम, 
कि तुम्हें जिन्दगी बनाने को जी चाहता हैं।
।। जय श्री श्याम।।
___________________________

खुशनसीब है वो श्याम प्रेमी 
जो अपने बाबा को देख के नीर बहाते है।
अपने प्रेमियो के एक एक आंसू का 
कर्ज चुकाने वो हर बिपदा में आते हैं।।
।। जय श्री श्याम।।
___________________________

जी करता हैं मचल जाऊं खाटूधाम आने के लिये, 
भाग कर तेरे चरणों से लिपट जाऊं हमेशा के लिये।।
लगता हैं प्यारे सुनकर भी अनुसना कर देते हो तुम, 
करदो ऐसी कृपा मेरे सांवरे, 
मेरा दिल ही बन जाये खाटूधाम हमेशा के लिये।।
___________________________

अपने हाथ में पकड़ लो, मेरे जिन्दगी की डोर
ले चलो मुझे, अपनी  खाटू नगर की ओर
बचाना, हर बुरे काम से मेरी रूह को, 
न होने देना, किसी मोड़ पे कमजोर
।। जय श्री श्याम।।
___________________________

ना अमीरों की बात हैं, 
ना गरीबों की बात हैं, 
श्याम तेरे धाम की सेवा, 
तो नसीबो की बात हैं।
___________________________

नादान हूँ  बाबा श्याम नादानिया कर जाता हूँ
दुनियादारी के चक्कर में बाबा तुझे भूल जाता हूँ।
तेरा बड़प्पन है श्याम की, तू मुझे सम्हाल लेता है
मेरे गिरने से पहले मुझे थाम लेता है। 
।। जय श्री श्याम।।
___________________________

श्याम में ही आस्था, 
श्याम में ही विश्वास, 
श्याम में ही शक्ति और श्याम में ही है सारा संसार।
___________________________

कोई मरहम नहीं चाहिये, 
जख्म मिटाने के लिये मेरे सांवरे
तेरी एक झलक ही काफी है, 
मेरे ठीक हो जाने के लिये।
।। जय श्री श्याम।।
___________________________

सबसे बड़ा तेरा दरबार है, 
तू ही सब का पालनहार है, 
सजा दे या करदे क्षमा सांवरे तू ही हमारी सरकार है।
___________________________

छू जाते हो सांवरिया मुझे हर रोज एक नया ख्वाब बनकर 
कौन कहता है कि तुम दूर रहकर मुलाकात करने नहीं आते
।। जय श्री श्याम।।
___________________________

जब जब हूँ मैं बाबा हारा, 
श्याम तूने दिया सहारा, 
जब जब ना मिला किनारा, 
श्याम तूने पार उतारा।
___________________________

बीमार-ए-मोहब्बत हूँ दवा मांग रहा हूँ,
सरकार के दामन की हवा मांग रहा हूँ,
जंजीर बांधकर मुझे ले चलिये, आपका मुजरिम हूँ,
आपके दर्शन की सजा मांग रहा हूँ।
।। जय श्री श्याम।।
___________________________

उम्मीद बिखरी पड़ी थी, 
नाव भी टूटी पड़ी थी, 
पर तूफान भी कुछ नही बिगाड़
 पाया उसका क्योंकि सिर पर
श्याम की मोर छड़ी थी।
___________________________

किसी हल्दी से कम नहीं है तेरा दीदार सांवरे
मेरे हर दर्द को कम कर देता है
।। जय श्री श्याम।।
___________________________

तेरे बारे में सोचूं श्याम ये चेहरा खिल जाये, 
हाल क्या होगा मेरा जब तू सच में मिल जाये।
___________________________

जर्रे जर्रे में मेरे श्याम की निगाहें करम हैं।
कभी ये नहीं कहना कि उस पर ज्याद। और मुझ पर कम हैं। 
।। जय श्री श्याम।।
___________________________

तेरे दर पर आने से पहले में बहुत कमजोर होता हूँ,
ओर जब छू लेता हूँ तेरी चौखट तो में कुछ और होता हूँ।
___________________________

नित्त करूँ दर्शन सेवा भक्ति, काम ना हो कोई दूजौ
अबकी जन्म तोसे मिलन को तरसु, अगले जन्म मोहे  खाटू में दीजौ।।
।। जय श्री श्याम।।
___________________________

हर मंजर में मैं पाऊं तुम्हे कैसे कहूँ श्याम कितना चाहूं तुम्हें,
बस तुमसे ही हैं ये जिन्दगी मेरी यूं ही कैसे भूल जाऊं तुम्हें।।
___________________________

पट खोल दे मोरछड़ी वाले जरा, हम अपने दिल की सुनाने आये हैं।
जरा नजरें उठा कर देख सांवरे, तुमसे मिलने तेरे दीवाने आये हैं।।
।। जय श्री श्याम।।
___________________________

टिप्पणियाँ