Khatu Shyam : खाटू श्याम बाबा शायरी 2 Line हिंदी
बाबा खाटू श्याम का संबंध महाभारत काल से माना जाता है। यह पांडुपुत्र भीम के पौत्र थे। पौराणिक कथा के अनुसार, खाटू श्याम की अपार शक्ति और क्षमता से प्रभावित होकर श्रीकृष्ण ने इन्हें कलियुग में अपने नाम से पूजे जाने का वरदान दिया था। वनवास के दौरान जब पांडव अपनी जान बचाते हुए भटक रहे थे, तब भीम का सामना हिडिम्बा से हुआ।
Khatu Shyam Baba Shayari 2 Line Hindi |
Khatu Shyam : खाटू श्याम बाबा शायरी 2 Line हिंदी
जिसके दिल मे मेरे श्याम बाबा का नाम होता है
वो हर काम मे जीत जाता है !
।। जय श्री श्याम।।
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फना कर दो अपनी सारी जिन्दगी मेरे श्याम के प्यार में
ये ही वो जगह है जहां बेवफाई नहीं होती ।
।। जय श्री श्याम।।
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सबकी सुनते हो श्याम, फिर हमें क्यों रूलाते हो।
हम तुम्हारे ही भरोसे हैं, ये बात क्यों भूल जाते हो।।
।। जय श्री श्याम।।
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तेरी बंदगी से मिली है मेरे वजूद को शोहरत
मेरा जिक्र ही कहां था...तेरी रहमत से पहले।
।। जय श्री श्याम।।
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बिन बोले जब मिलते है श्याम हम बोल के क्यों मांगे।
मेरी दुनियां जब है ही श्याम, फिर इस दुनियां से क्यों हम मांगे।।
।। जय श्री श्याम।।
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छू जायेगी सादगी हमारी तुम्हारे दिल की गहराई को मेरे श्याम
फिर ना कहना की तुम्हें पाने की तमन्ना जवां हो गई।
।। जय श्री श्याम।।
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बड़े बड़े संकट टल जाते हैं, जब साथ हो श्याम हमारा,
हर विपदा पर भारी पड़ता, श्री श्याम का एक जयकारा।
।। जय श्री श्याम।।
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गिरा ना पाओगे लाख चाहकर भी, मेरी शख्सियत को,
क्योंकि.....मेरा कारवां मेरे श्याम के नाम से चलता है।
।। जय श्री श्याम।।
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श्याम नाम अनमोल खजाना, जो बोले सो पायेगा,
बाकी सारा इस धरा का, यहीं धरा रह जायेगा।।
।। जय श्री श्याम।।
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माला तो सब बांध आते हैं तुम्हें रिझाने के लिये ।
हम तो अपना दिल ही बांध आये तुम्हे पाने के लिये।।
।। जय श्री श्याम।।
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ना मांगू मैं महल, ना बंगला ना कोठी,
जन्म मिले उस आंगन में, जहां जले श्याम की ज्योति।।
।। जय श्री श्याम।।
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दिल की तमन्ना इतनी है श्याम कुछ ऐसा मेरा नसीब हो।
मैं जहां जिस हाल में रहूँ बाबा बस तू मेरे करीब हो।।
।। जय श्री श्याम।।
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जिन आंखों को श्याम के दर्शन की आदत हो,
वो आंखे अपने मुक्कदर पे रोया नहीं करती।।
।। जय श्री श्याम।।
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तमन्ना थी एक प्यारे से दोस्त की,
श्याम खुद दोस्त बनकर चला आया।।
।। जय श्री श्याम।।
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दिल का क्या हैं तेरी यादों के सहारे भी जी लेगा,
हैरान तो आंखे हैं जो तड़पती हैं तेरे दीदार को।।
।। जय श्री श्याम।।
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श्याम की मोहब्बत में एक अजीब सा नशा है
तभी तो सारी दुनिया मेरे श्याम पे फिदा है
।। जय श्री श्याम।।
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क्या जरूरत हैं घर से निकलने के पहले मुहूर्त देखने की,
मेरे श्याम की सूरत देख लो जरूरत ही नही पड़ेगी मुहुर्त की।।
।। जय श्री श्याम।।
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जिन हाथो में "श्याम"नाम लिखने का हुनर हे
वो हाथ एक दिन जरूर "इतिहास" लिख जायँगे
।। जय श्री श्याम।।
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रूठी थी किस्मत मेरी भी अब मेहरबान हो गयी,
“श्याम” के नाम से ही अब मेरी पहचान हो गयी ।।
!! खाटू नरेश की जय !!
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मोर छड़ी और काली कमली होंठो पे मुस्कान है
बिन मांगे जो भर देता झोली ऐसा मेरा श्याम है |
!! जय श्री श्याम !!
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ना जाने कैसा जादू हैं, मेरे श्याम के दरबार का,
मैं जाता हूँ बिखर के, और आता हूँ निखर के।।
।। जय श्री श्याम।।
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कर दिया हैं बेफिक्र तूने, फिक्र अब मैं कैसे करूँ
फिक्र तो यह हैं कि तेरा शुक्र कैसे करूँ।।
।। जय श्री श्याम।।
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मेरे श्याम- तेरी मेरी मोहब्बत का राज उस वक्त खुल गया।
जब दिल तेरी कसम खाने से मुकर गया।।
।। जय श्री श्याम।।
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मेरे श्याम.. मुझे मंजूर है ये सौदा, आप यूं ही याद आते रहो।
आंसुओं के सहारे ही सही, मेरे नैनों में समाते रहो।।
।। जय श्री श्याम।।
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कर यारी उस यार से, जो सब यारों का यार है
सब में बैठा छिप कर के, वो सब का पालनहार है
।। जय श्री श्याम ।।
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शोभा तेरे रूप की बाबा, देख नाचे मन की मोर,
इत देखू, उत देखू, देखू चारों ओर, तेरे जैसा बाबा ना कोई और।
।। जय श्री श्याम।।
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रहमतों के फूल बरसते हैं, जब श्याम का दीदार होता हैं,
बडे ही किस्मत वाले होते हैं वो, जिनको श्याम से प्यार होता हैं।
।। जय श्री श्याम।।
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हमने बरसों सीने से लगाए रक्खा मगर ये दिल हमारा न हुआ,
तुमने मुस्कुरा के एक बार क्या देखा कमबख्त तुम्हारा हो गया !!
।। जय श्री श्याम ।।
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शीश के दानी तेरे चरणों में हम अपना शीश झुकाते हैं,
और कहीं झुकने ना देना ये अरदास लगाते हैं।
।। जय श्री श्याम।।
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कोई ऐसी सेवा सौंप मुझे श्याम, जिसको मैं निभा सकूं।
हर मोड़ पर मिले आप और, मैं सिर झुका सकूं।।
।। जय श्री श्याम।।
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श्याम प्रभु के पीछे पड़ जा, चाहत रंग दिखलाएगी,
प्रीत की डोरी बड़ी प्रबल हैं, श्याम से तुझे मिलाएगी।।
।। जय श्री श्याम।।
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ज़िक्र हुआ जब मेरे श्याम की रहमतों का,
हमने खुद को खुशनसीब पाया।
।। जय श्री श्याम।।
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अजब हैं तू दातार सांवरे, गजब तेरी दातारी रे,
हर लेता हैं पीड़ा भक्त की, चाहे विपदा हो कितनी भारी रे।
।। जय श्री श्याम।।
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तेरे दर पर आने से पहले में बहुत कमजोर होता हूं !!
ओर जब छू लेता हूं तेरी चौखट तो में कुछ और होता हूं !!
!! जय श्री श्याम !!
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बड़े शौक से उतरे थे ऐ श्याम तेरे इश्क के समंदर में,
पहली लहर ने ही ऐसा डुबाया की अब तक किनारा ना मिला।।
।। जय श्री श्याम।।
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कहते है लोग अक्सर मुझे कि बावला हूँ मैं…
उनको क्या पता कि अपने श्याम का लाड़ला हूँ मैं…
!! जय श्री श्याम !!
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मेरे श्याम- ये जिन्दगी का सफर, कटे तेरे सम्मान मे,
चाहे आधी ही हो जिन्दगी, पर गुजरे तेरे गुणगान में।।
।। जय श्री श्याम।।
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जब जब हूँ मैं बाबा हारा, श्याम तूने दिया सहारा
जब जब ना मिला किनारा, श्याम तूने पार उतारा
!! जय श्री श्याम !!
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मिश्री भी फीकी लगे अब, फीको गुड़ को स्वाद,
श्याम से प्रीत हुई जबसे और चखों प्रेम को स्वाद।
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मैँ और मेरा श्याम दोनो ही बङे 'भुलक्कङ' है
वो मेरी 'गलतियाँ' भूल जाते है और मै उनकी 'मेहरबानियाँ'..!!
!! जय श्री श्याम !!
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भाव भरे हों आँख में आँसू दर्द भरा हो तराना,
दीन दयालु रुक नहीं सकता, श्याम’ को पड़ता ही हैं आना।
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