40+खाटू श्याम शायरी, स्टेटस, संदेश,Khatu Shyam Shayari,Status,Sandesh

40+खाटू श्याम शायरी, स्टेटस, संदेश,Khatu Shyam Shayari,Status,Sandesh

होती है आरती, बजते हैं शंख, पूजा में सब खोये हैं,
मंदिर के बाहर तो देखो, भूखे बच्चे सोये हैं,
एक निवाला इनको देना, प्रसाद मुझे चढ़ जायेगा,
मेरे दर पर मांगने वाले, तुझे बिन मांगे सब मिल जायेगा।।
।। जय श्री श्याम।।
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Khatu Shyam Shayari,Status,Sandesh

सांवरिया जब से आपकी हमारी यारी हो गई,
दुनिया हमारी और भी प्यारी हो गई।
इससे पहले किसी भी चीज के आदी न थे
अब आपको याद करने की बीमारी हो गई।।
।। जय श्री श्याम।।
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है आरजू करूं दीदार श्याम प्यारे का
नजर से चूम लू, दरबार श्याम प्यारे का।
हमेशा होती है इस दर पे बारिशे रहमत की
है ऐसा जलवा मेरे दिलदार श्याम प्यारे का।।
।। जय श्री श्याम।।
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जन्नत है  खाटु की नगरी इसमें सोचने वाली कोई बात नहीं।
जहां मिल जाये जीने को दूसरी जिन्दगी ऐसी तो कही और बात नहीं।।
।। जय श्री श्याम।।
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जी करता है मचल जाऊं खाटूधाम आने के लिये।
भाग कर तेरे चरणों से लिपट जाऊं हमेशा के लिये।।
लगता है प्यारे सुनकर भी अनुसना कर देते हो तुम...
करदो ऐसी कृपा मेरे सांवरे, 
मेरा दिल ही बन जाये खाटूधाम हमेशा के लिये।।
।। जय श्री श्याम।।
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जब जब मैं रोया श्याम दौड़ के आ गया
बोला आकर मत घबरा तेरे सर पे है मेरा साया।
कोई कितने जतन कर ले तेरा कुछ ना बिगड़ पायेगा
मेरी कृपा से तेरा हर घड़ी, हर पल अच्छा होता जायेगा। 
।। जय श्री श्याम।।
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हिचकी रूकेगी नहीं तेरी श्याम।
चाहे जितना भी पी ले पानी।
क्योंकि हर पल तुम्हें हम।
याद करते हैं शीश के दानी।
।। जय श्री श्याम।।
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व्याकुल नैना बाट उडीकै मनड़ो घणो उदास है।
बेगो बेगो आजा सांवरा बुला रह्यो यो दास है।।
।। जय श्री श्याम।।
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तेरा शुक्र कैसे करूं मेरे श्याम, 
मैं तो रतीभर भी तेरे काबिल नहीं।
तेरे प्रेम से जिन्दा हूँ मैं 
तेरे सिवा इन लहरों का कोई साहिल नहीं।।
।। जय श्री श्याम।।
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श्याम ने सिर पर हाथ धरा, बोझ मेरे सिर का उतरा।
कृपा श्याम ने बरसाई, बाग हो गया हरा भरा।
महका मेरा चमन, कि मेरे, दिन बदल गये
जब से मिली शरण के मेरे दिन बदल गये।।
।। जय श्री श्याम।।
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रूठे जो जिन्दगी तो मना लेगे हम
मिले जो गम तो निभा लेगे हम।
मेरे बांके बिहारी जी, बस तुम रहना साथ मेरे
रोती आंखों से भी मुस्कुरा लेगें हम।।
।। जय श्री श्याम।।
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तू मालिक मेरा मैं दास तेरा
ऐसा अटूट रिश्ता बाबा तेरा मेरा
जिस दर पर सर झुकाने से मिल जाये सब कुछ
ऐसा पावन अनमोल खाटूधाम तेरा
।। जय श्री श्याम।।
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डूबने दे या बचा ले सब तो तेरे हाथ है
डर नहीं है आंधियों का जब तू मेरे साथ है
क्यों घबराऊँ इस दुनिया से जब सर पे तेरा हाथ है
जिसे मिल जाये तेरा प्यार ओ मेरे श्याम
फिर उसकी तो क्या बात ।
।। जय श्री श्याम।।
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रूठे जो जिन्दगी तो मना लेगे हम
मिले जो गम तो निभा लेगे हम।
बस तुम साथ रहना मेरे श्याम
रोती आंखों से भी मुस्कुरा लेगें हम।।
।। जय श्री श्याम।।
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मेरे श्याम, कभी आकर देख लो मेरी आंखों में भी
तेरी तस्वीर के आगे कोई नजारा ही नहीं
खो गये है तेरे इश्क में हम इस कदर कि
तेरे नाम के बिना कही गुजारा ही नहीं। 
।। जय श्री श्याम।।
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सांसो का पिंजरा किसी दिन टूट जायेगा, 
फिर मुसाफिर किसी राह में छूट जायेगा।
अभी सांसे चल रही हैं तो ‘जय श्री श्याम’ बोल दिया करो,
क्या पता कब जिन्दगी का साथ छूट जायेगा।
।। जय श्री श्याम।।
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मेरे आंखो के ख्वाब हो तुम, दिल के अरमान हो तुम
तुम से ही तो मैं हूं, मेरे पहचान हो तुम।
मैं जमीन हूं अगर तो, मेरे आसमान हो तुम,
सच मानो मेरे लिये तो सारा जहां हो तुम।।
।। जय श्री श्याम।।
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करता हूँ विनती मेरे सांवरे बस इतनी
रहमत की बरसात कर देना।
जो भी दिल से याद करे आपको बाबा
खुशियों से झोली उसकी भर देना।।
।। जय श्री श्याम।।
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रहमतों के फूल बरसते है जब श्याम का दीदार होता है।
बडे ही किस्मत वाले होते हैं वो, 
जिनको श्याम से प्यार होता है।
।। जय श्री श्याम।।
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श्याम नाम इतना जपो की, श्याम धड़कन में उतर जाये,
सांस भी लो तो खुशबू, श्याम दरबार की आये,
श्याम का नशा दिल पर ऐसा छाए, बात कोई भी पर 
नाम ‘श्याम श्याम’ ही आये।।
।। जय श्री श्याम।।
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हर रोज सुबह तुम्हारा दर्शन किया करते हैं, 
हर रोज ख्वाबों में तुम्हारा दीदार किये करते हैं।
दीवाने ही तो हैं हम  बाबा श्याम तुम्हारे
इसलिये हर वक्त तुम्हारे खाटूधाम आकर तुमसे
मिलने का इंतजार किया करते हैं।
।। जय श्री श्याम।।
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भरोसा मुझे श्याम का, बिगड़ी मेरी बना देता।
जब भी लड़खड़ाऊं, आके मेरा हाथ थाम लेता।
देख रहा है सारा जमाना, श्याम तेरी मेरी यारी है।
मैं तो आया कितनी बार तेरे घर, 
आजा प्यारे अब तो तेरी बारी है।
।। जय श्री श्याम।।
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क्या जरूरत है घर से निकलने के पहले मुहूर्त देखने की।
मेरे श्याम की सूरत देख लो जरूरत ही नही पड़ेगी मुहुर्त की।।
।। जय श्री श्याम।।
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दिल के आइने में है तस्वीर है तेरी श्याम सरकार
जब जरासी गर्दन झुकाई, कर लिये तेरे दीदार।
।। जय श्री श्याम।।
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ना जाने कैसा जादू है, मेरे श्याम के दरबार का,
मैं जाता हूं बिखर के, और आता हूं निखर के।।
।। जय श्री श्याम।।
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हे बाबा जी रहे हैं सरकार तेरी सरकारी में,
पल रहा है परिवार बाबा श्याम तेरी पहरेदारी में
यूं ही रखना कृपा का हाथ हम पर,
लिख लेना हमारा नाम तेरी खातिरदारी में
।। जय श्री श्याम।।
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वो वक्त कितना खूबसूरत होगा श्याम प्रेमियों
जब सारा जमाना मेरे खिलाफ होगा
और खाटूवाला श्याम सिर्फ मेरे साथ होगा।
।। जय श्री श्याम।।
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देख रहे हो, समझ रहे हो, क्या तुमको बतलायें श्याम।
नजर दया की हो जाये तो बन जायेगा अटका काम।।
।। जय श्री श्याम।।
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जिन्दगी सबकी खुशनसीब नहीं होती
तेरे चरणों की चाकरी सबको नसीब नहीं होती।
जिस पर होती है आपकी नजर, 
जिन्दगी उसकी कभी बदनसीब नही होती।। 
।। जय श्री श्याम।।
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चले आओ श्याम एक रात के लिये
अटकी पड़ी है साँसे बस एक मुलाकात के लिये
माना मुझ जैसे दीवाने बहुत है तेरे
बस कुछ पल ही दे दो मन की बात के लिये
।। जय श्री श्याम।।
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आपकी हसी बड़ी प्यारी लगती है, 
आपकी चौखट न्यारी लगती है।
कभी रूठना ना हमसे श्याम सांवरे,
दुनिया से भी प्यारी आपकी यारी लगती है।।
।। जय श्री श्याम।।
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मेरे श्याम ! तुम पूछ लेना सुबह से, ना यकीन हो तो शाम से
ये दिल धड़कता है सिर्फ  बाबा श्याम तेरे ही नाम से।।
।। जय श्री श्याम।।
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जब से बसा लिया मन, सांवरिया तेरी गली में। 
पी लिया अमृत मैंने, तेरी बांसुरी की धुन में।।
तोड़ दिये है मैंने सारे नाते, इस बैरी जग के।
अब आ जाओ मनमाहेन, मेरे मन मंदिर में।।
।। जय श्री श्याम।।
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मेरे श्याम ! तूने क्या पिलाया है आंखों के पैमाने से, 
बन्धन टूट गये सारे मेरे जमाने से
तेरे ख्याल में डूबा मैं कुछ इस तरह,
कि लोगों ने पहचाना मुझे तेरा नाम बताने से
।। जय श्री श्याम।।
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काश किसी रोज, उतर आओ सांवरे 
तुम अपनी तस्वीर से, एक लम्हें की तरह।
दिल का हर, राज बयां हो जाये, 
फिर बारिश की तरह।।
।। जय श्री श्याम।।
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तेरा तुझको सौप दिया, नहीं पास कुछ भी देने को,
आंखों में बस आंसुओं की धारा है चरण कमल तेरे धोने को।
।। जय श्री श्याम।।
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जब याद श्याम की आती है, इक अजब नजारा होता है
आंखों में आंसू होते हैं, दिल दर्द का मारा होता है।
तेरा प्यार छुपा कर सीने में, उस पार तड़पते रहते हैं
जी चाहता है आ पार मिलू, पर दूर किनारा होता है।।
।। जय श्री श्याम।।
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काश तुम पूछो मुझे क्या चाहिये।
मैं पकड़ूं तेरा और कहूं बस तेरा हाथ चाहिये।।
।। जय श्री श्याम।।
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हे श्याम..जख्म इतने गहरे हैं इजहार क्या करें,
हम खुद निशाना बन गये वार क्या करें,
मर गये तेरे दर पे हम, मगर खुली रहीं आंखे
सांवरे अब इससे ज्यादा हम इंतजार क्या करें।।
।। जय श्री श्याम।।
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ना मांगू मैं महल दुमहले ना बंगला ना कोठी।
जन्म मिले उस आंगन में जहां जले श्याम की ज्योति।।
।। जय श्री श्याम।।
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वो आज मशहूर हो गये जो कभी काबिल न थे
और मंजिले उनको मिली जो दोड़ में कभी शामिल न थे
यही कयामत है मेरे श्याम की 
जो मेरे साथ हर बार करते हैं.... बोलो
।। जय श्री श्याम।।
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हंसते हंसते दर पे जाओ, खूब करो श्याम का गुणगान।
खुश होंगे श्री श्याम तुम्हारे देख के चेहरे की मुस्कान।।
।। जय श्री श्याम।।
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कोई कहता है कि चाँद से प्यारा है तू
कोई कहता है कि भक्तो का सहारा है तू।
पर दुनिया वाले क्या जाने बाबा
मेरे लिये तो जीने का सहारा तू ही है।
।। जय श्री श्याम।।
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मेरे श्याम नजरों को ऐसी ‘खुदाई’ दे
जिधर देखू उधर तू ही ‘दिखाई’ दे
करदे ऐसी ‘मेहरबानियां’ आज हवा में
कि ‘जय श्री श्याम’ पुकारू मैं और 
आवाज पूरी दुनिया को सुनाई दे
।। जय श्री श्याम।।
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हे सांवरे ! कुछ तो बात है तेरी फितरत में, वरना
तुझको याद करने की खता हम बार-बार न करते
।। जय श्री श्याम।।

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