आदित्य हृदय स्तोत्र क्या है
ज्योतिष शास्त्र में सूर्यदेव ग्रहों के अधिपति माने जाते हैं। सूर्य एक प्रत्यक्ष देवता हैं।
What is Aditya Hriday Stotra?
In astrology, Sun God is considered to be the ruler of the planets. The Sun is a direct god.
आदित्यहृदयम् सूर्य देव की स्तुति के लिए वाल्मीकि रामायण के युद्ध काण्ड मे लिखे मंत्र हैं। जब राम, रावण से युद्ध के लिये रणक्षेत्र में आमने-सामने थे, उस समय अगस्त्य ऋषि ने श्री राम को सूर्य देव की स्तुति करने की सलाह दी। आदित्यहृदयम् में कुल ३० श्लोक हैं तथा इन्हें ६ भागों में बाँटा जा सकता हैं।
विधि -
ब्रह्म मुहूर्त में उठकर स्नानादि करके स्वच्छ वस्त्र धारण करें और एक तांबे के लोटे में जल लेकर रोली या चंदन और पुष्प डालकर सूर्य को अर्पित करें।
सूर्य को जल देते समय गायत्री मंत्र का जाप करें और वही सूर्यदेव के समक्ष आदित्य हृदय स्तोत्र का पाठ करें।
पाठ समाप्त हो जाने के पश्चात सूर्य देव का ध्यान करते हुए उन्हें नमस्कार करें।
यदि प्रतिदिन पाठ नहीं कर सकते तो प्रत्येक रविवार को भी कर सकते हैं।
लाभ -
आदित्य हृदय स्तोत्र का पाठ करने से व्यक्ति के आत्मविश्वास में वृद्धि होती है और वह कार्य क्षेत्र में अच्छा प्रदर्शन करता है।
इस पाठ को करने से मन का भय दूर होता है और नकारात्मक विचारों से मुक्ति मिलती है।
यदि कोई सरकारी विवाद चल रहा हो तो भी आदित्य हृदय स्तोत्र का पाठ करना लाभकारी होता है, प्रशासनिक अधिकारियों का सहयोग प्राप्त होता है।
सूर्य को पिता का कारक माना गया है। आदित्य हृदय स्तोत्र पाठ करने से पिता पुत्र के संबंध अच्छे होते हैं।
सूर्य देव के बारे में 10 रोचक तथ्य हैं:
1. **आकार और दूरी:** सूर्य देव सबसे बड़ा तारा है और इसका व्यास लगभग 1.4 मिलियन किलोमीटर है। वह धरती से लगभग 149.6 मिलियन किलोमीटर दूर है।
2. **ऊर्जा स्रोत:** सूर्य एक विशाल नियंत्रण पर्वतमाला है, जिसमें प्राकृतिक न्यूक्लियर विस्फोट हो रहा है, जो ऊर्जा उत्पन्न करता है।
3. **ऊर्जा का उत्पादन:** सूर्य देव हर सेकेंड 380 बिलियन ट्रिलियन वॉट्स की ऊर्जा उत्पन्न करते हैं। यह हमारी धरती पर उपयोगी ऊर्जा का एक महत्वपूर्ण स्रोत है।
4. **ग्रहों की प्राथमिक उत्पत्ति कारण:** सूर्य देव के न्यूक्लियर फ्यूजन विस्फोटों के कारण ग्रहों का उत्पत्ति हुआ।
5. **ध्रुवीय चक्रवात (Sunspots):** सूर्य की सतह पर अक्सर काले धब्बे दिखाई देते हैं जिन्हें 'ध्रुवीय चक्रवात' कहते हैं। ये चक्रवात उसकी ऊर्जा की उत्पत्ति और अक्षमता के संकेत होते हैं।
6. **जीवन के लिए आवश्यक:** सूर्य देव का प्रकाश और ऊर्जा सभी जीवों के लिए आवश्यक है। यह वनस्पतियों के लिए भी अपार महत्व रखता है, जिनके द्वारा फोटोसिंथेसिस होती है।
7. **उपग्रह (Satellites):** सूर्य के आस-पास कई उपग्रह हैं, जो उसकी आकृति के पास चलते हैं। उनमें से सबसे प्रमुख उपग्रह हमारी धरती है।
8. **धरती का संप्रेरण:** सूर्य का प्रकाश और ऊर्जा धरती को उत्तेजित करते हैं और जीवों के लिए जीवन समर्थन करते हैं।
9. **सूर्य ग्रहण (Solar Eclipse):** जब चंद्रमा धरती और सूर्य के बीच आ जाता है और सूर्य को ढँकता है, तो इसे सूर्य ग्रहण कहते हैं।
10. **सूर्य के निर्वाचनी परिणाम:** सूर्य के विकिरण और इसकी चुंबकीय उर्जा कई विद्युतीय और इलेक्ट्रॉनिक यंत्रों के लिए उपयोगी हैं, जैसे कि सौर ऊर्जा सेल्स और सौर बैटरियां।
ये थे कुछ रोचक तथ्य सूर्य देव के बारे में। सूर्य एक महत्वपूर्ण तारा है जो हमारे जीवन के लिए अत्यधिक महत्वपूर्ण है।
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